मेदिनीनगर : स्वच्छता की शोर के बीच राहत नगर में बजबजाता नाला यह बताने के लिए काफी है कि स्वच्छता के मामले में शहर कहां खड़ा है. मई माह का तीसरा सप्ताह चल रहा है. जून के दूसरे सप्ताह से बरसात शुरू हो जाती है. हल्की बारिश में शहर के नालों का पानी सड़कों पर […]
मेदिनीनगर : स्वच्छता की शोर के बीच राहत नगर में बजबजाता नाला यह बताने के लिए काफी है कि स्वच्छता के मामले में शहर कहां खड़ा है. मई माह का तीसरा सप्ताह चल रहा है. जून के दूसरे सप्ताह से बरसात शुरू हो जाती है. हल्की बारिश में शहर के नालों का पानी सड़कों पर बहने लगता है. यह समस्या कोई एक स्थान का नहीं है.
बल्कि कमोबेश ऐसी स्थिति शहर के सभी नाला और नाली की है. नाला व नाली की सफाई के लिए विशेष अभियान की बात होती है. लेकिन धरातल पर नहीं उतर पाता. जब मेदिनीनगर नगर पर्षद से प्रमोट होकर मेदिनीनगर नगर निगम बना, तो निगम की जब सरकार आयी तो यह कहा गया कि अब नये सिस्टम से काम होगा.
गर्मी के मौसम में पेयजल समस्या दूर करने के लिए जाड़े में ही प्लानिंग कर ली जायेगी और काम शुरू होगा और इसी तरह बरसात के पूर्व शहर के नाला नाली सफाई के लिए विशेष अभियान चलेगा. लेकिन अभी तक वैसा कुछ भी नजर नहीं आता. वैसे इस बार चुनाव के कारण निगम जल वितरण के मामले में ही लेट हो चुका है.
ऐसे में लोगों का कहना है कि सफाई का सेशन लेट ही रहेगा. वार्ड नंबर 27 के राहत नगर का जो बड़ा नाला जाम है, वह तो एक उदाहरण मात्र है. शहर के कोई भी नाला नाली सही तरीके से साफ नहीं है और ना ही कभी निगम द्वारा इसकी सफाई के मामले में रुचि ली गयी है.सफाई के नाम पर बाजार क्षेत्र और छहमुहान में सफाई नजर आता है. लेकिन यह शहर के सभी वार्डों तक नहीं पहुंच पा रहा है. कारण चाहे जो भी हो शहर बरसात के मौसम में स्वच्छ व सुंदर दिखे, इसे लेकर जो प्लानिंग होनी चाहिए था, उसका अभी अभाव दिख रहा है.
राहत नगर के नाला के बारे में लोग बता रहे हैं कि पिछले कई वर्षों से इसकी सफाई नहीं हुई है. वार्ड पार्षद नइमा बीबी ने इसकी सफाई के लिए 20 दिन पहले ही निगम के कार्यपालक पदाधिकारी को ज्ञापन दिया है. लेकिन इस दिशा में अभी तक कोई पहल नहीं की गयी है. वार्ड पार्षद ने धमकी दी है कि यदि 25 मई तक नाला- नाली के विशेष सफाई अभियान शुरू नहीं की गयी, तो वह अनशन पर बैठेगी.