मेदिनीनगर : राज्य के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर पलामू प्रमंडल व चतरा जिला में सिंचाई की व्यवस्था कराने की मांग की है. पत्र के माध्यम से श्री त्रिपाठी ने पीएम को सारी स्थिति से अवगत कराया. बताया कि पलामू, गढ़वा, लातेहार व चतरा जिले में सुखाड़ व अकाल से निबटने के लिए मंडल परियोजना पर काम शुरू करने का निर्णय लिया गया था.
लेकिन उस समय के लोगों ने इसका बेनीफिसरी एरिया इन चारों जिलों को छोड़कर अन्य जिले को चिह्नित किया था. कांग्रेसी नेता भीष्म नारायण सिंह के नेतृत्व में इसका विरोध किया गया.
इसके बाद यह बताया गया कि ओरंगा, तहले, कनहर, बंटाने जलाशय योजना के द्वारा पलामू, गढ़वा, लातेहार व चतरा जिला में सिंचाई की व्यवस्था की जायेगी. लेकिन अभी तक कुछ नहीं हो सका. यह इलाका सुखाड़ अकाल से जूझ रहा है. इससे निजात मिले, इसके लिए नये सिरे से डीपीआर तैयार करना होगा.
मंडल डैम से कैनाल के माध्यम से गढ़वा,लातेहार व चतरा जिला में सिंचाई की व्यवस्था किया जा सकता है. वहीं खपिया, अमानत नदी व कोयल नदी के संगम पर छोटा बराज बनाकर पलामू जिले में सिंचाई की व्यवस्था की जा सकती है. बचे हुए पानी को अन्य जिलों में भेजे जाने की जरूरत है. श्री त्रिपाठी ने नये सिरे से डीपीआर व बेनीफिसरी कमांड एरिया निर्धारित करने की जरूरत बतायी.
वहीं विस्थापित होने वाले 15 गांवों के करीब 1600 परिवार को उचित मुआवजा देने की भी मांग की है. श्री त्रिपाठी ने कहा है कि विस्थापितों को मुआवजा दिलाने के मांग को लेकर पदयात्रा करते हुए पांच जनवरी को चियांकी शिलान्यास कार्यक्रम में मांग पत्र सौंपेंगे.