मेदिनीनगर: पलामू में निजी जमीन व मकान पर जो मोबाइल टावर लगे हैं, उसे लगाने के पहले नियमों का पालन नहीं किया गया है. मकान/जमीन मालिकों से कंपनियों ने एकरारनामा किया है. एकरारनामा के साथ-साथ कंपनियों को स्थानीय निकाय और ग्राम पंचायतों से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी लेना था.
अनापत्ति प्रमाण पत्र शुल्क लेकर निर्गत करना था, लेकिन इस प्रक्रिया का पालन कंपनियों द्वारा नहीं किया गया है. इसलिए नगर निकायों ने अपने-अपने परिधि में आने वाले इलाकों में सर्वेक्षण कराया है. सर्वेक्षण के बाद जो आंकड़े सामने आये हैं, उसके मुताबिक वैसे लोगों के पास नोटिस भेजा गया है जिनके घर व जमीन पर मोबाइल टावर लगे हैं. अब वैसे लोगों को नगर निकाय में निबंधन कराना होगा, जो ग्रामीण क्षेत्र में हैं. उन्हें पंचायत या अंचल में निबंधन कराना होगा. इसके लिए निबंधन शुल्क भी निर्धारित किया गया है.
मेदिनीनगर शहरी इलाके में है 33 मोबाइल टावर : मेदिनीनगर शहरी क्षेत्र में विभिन्न कंपनियों के कुल 33 मोबाइल टावर लगे है. लेकिन एक भी टावर लगाने के पहले या बाद में न तो नगर पर्षद कार्यालय को सूचना दी गयी है और ना ही अनापत्ति प्रमाण पत्र ली गयी है. नियम के अनुसार, अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना आवश्यक है. क्योंकि टावर लगाये जाने के बाद घर व जमीन मालिकों को कंपनी द्वारा प्रतिमाह किराया भी दिया जाता है. टावर के माध्यम से कारोबार हो रहा है इसलिए व्यावसायिक कर भी लेने का प्रावधान है. लेकिन जब निबंधन ही नहीं हुआ है तो ऐसे में किस आधार पर नगर निकाय व्यावसायिक शुल्क लेगा. चूंकि मेदिनीनगर नगर पर्षद अब नगर निगम में प्रोमोट हो चुका है इसलिए पूरे मामले को निगम के प्रावधान के मुताबिक प्रक्रिया में लाया जा रहा है. इसके तहत सभी मकान मालिकों को नोटिस दिया गया है. इसी तरह हुसैनाबाद नगर पंचायत में 25 एवं विश्रामपुर नगर पर्षद क्षेत्र में भी जो कंपनी के टावर लगाये गये हैं, उनके खिलाफ नोटिस निर्गत करने की प्रक्रिया चल रही है.
टेलीकॉम कंपनी को भी नोटिस जारी होगा : अजय सावमेदिनीनगर नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार साव ने बताया कि जिन लोगों के घर या जमीन पर मोबाइल टावर लगे हैं उन्हें नोटिस दिया गया था. इसके माध्यम से यह जानकारी मांगी गयी थी. किस आधार पर टावर लगे हैं. इसमें जो लोग आये उनके द्वारा कंपनी के साथ किये गये एकरारनामा की प्रति दी गयी है.
लेकिन अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने का पत्र या निबंधन का कोई कागज नहीं है.जमीन व मकान मालिक मौखिक रूप से यह कह रहे हैं कि अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने का काम कंपनी का है, न की उनका. इस पर सभी को लिखित रूप से पक्ष देने को कहा गया है. उसके बाद उस मामले में कंपनी को भी नोटिस जारी होगा. फिलहाल आलोक वर्मा, कपिलदेव प्रसाद जायसवाल, रामवरण सिंह, तनवीर खानम, मनोज कुमार, कमलेश प्रसाद सिंह ने एकरारनामा का कागज जमा किया है.
क्या है प्रावधान
मोबाइल टावर लगाने के पहले जिस स्थान पर टावर लगाये जाना है उस इलाके की चौहद्दी, नक्शा के साथ आवेदन करना है, ताकि निकाय या पंचायत यह देखे कि जिस इलाके में टावर लग रहे हैं, वह प्रावधान के मुताबिक सही है या नहीं, इसके बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत होता है. लेकिन पलामू में इस नियम का पालन किये बिना मोबाइल टावर खड़ा कर दिया गया है. बताया गया कि टावर का निबंधन कराना है. नगर निकाय की तीन श्रेणी है नगर निगम, नगर पर्षद और नगर पंचायत. तीनों के लिए अलग-अलग शुल्क निर्धारित है. नगर निगम के दायरे में जो टावर लगाये गये हैं, उसके रजिस्ट्रेशन के लिए 20 हजार रुपया निर्धारित है. इसी तरह नगर पर्षद व नगर पंचायत क्षेत्र में टावर लगाने के लिए 15 हजार रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क निर्धारित किया गया है. यह शुल्क सरकार द्वारा निर्धारित है. इससे संबंधित पत्र सरकार के सचिव सुनील कुमार वर्णवाल ने नगर निकाय को भेजा है.
मेदिनीनगर में जहां लगे हैं टावर
मेदिनीनगर के शहरी क्षेत्र में विभिन्न मोबाइल कंपनियों द्वारा 33 टावर लगाया गया है. इसमें रियालंस, एयरसेल, टाटा इंडिकॉम, वोडा, बीएसएनएल, एयरटेल, अमेरिकन टावर कंपनी, टाटाडोकोमो, टेलीनॉर,टाटा आइडिया के टावर लगे हैं. शहर के हमीदगंज मुहल्ला में ममता सिंह, कपिलदेव प्रसाद जायसवाल, रामनरेश तिवारी, नथूनी सिंह, राकेश कुमार सिंह,बारालोटा में यदुवंश प्रसाद, अरविंद कुमार सिंह, जिला स्कूल चौक के पास सोनू सिंह के महिंद्रा आर्केडि, कुंड मुहल्ला में जगत प्रसाद श्रीवास्तव, पनेरीगली में सतीशचंद्र महतो, पंचमुहान चौक पर हरविंदर कौर, जेलहाता में बृजनंदन सहाय, मनोज कुमार सिंह,आलोक वर्मा, शांतिपूरी में कमलेश कुमार सिंह, विनोद कुमार सिंह, यशोदा देवी, रेड़मा में मनोरमा देवी, सुनील तिवारी, रंजन कुमार अग्रवाल, अरुण राणा, तनवीर खानम, विजय शुल्का, नई मुहल्ला में मनोज कुमार, राजेंद्र कुमार, कुमार अरुण सिंह, बेलवाटिका में विष्णु देवी, सावित्री देवी, मीना श्रीवास्तव, कांदू मुहल्ला में मुरारी पांडेय, अखिलेश सिंह के मकान या जमीन पर टावर लगाया गया है.