मेदिनीनगर: पलामू साहित्यिक रूप से समृद्ध रहा है. मुख्यालय मेदिनीनगर में पांच पुस्तकालय है, जो वर्षों पहले स्थापित किये गये है. अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर पलामू में होने वाले पढ़े पलामू, बढ़े पलामू अभियान के तहत पुस्तकालयों में पुस्तक वाचन होगा. इन सभी पुस्तकालयों में अधिकारी जायेंगे.
पुस्तक के वाचन के साथ-साथ वह पुस्तकालय के स्थिति को भी देखेंगे और रिपोर्ट सौंपेंगे. पुस्तकालयों को कैसे जीवंत बनाया जा सके, इस दिशा में प्रशासनिक स्तर से पूरी सक्रियता के साथ कार्य किया जायेगा.
उपायुक्त अमीत कुमार ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पुस्तकालयों को प्रशासनिक सहयोग से फिर से जीवंत बनाने का प्रयास होगा. क्योंकि प्रशासन का यह प्रयास है कि पढ़ने-लिखने के बेहतर माहौल पलामू में तैयार किया जाये. इस बात को ध्यान में रखकर पढ़े पलामू, बढ़े पलामू अभियान के तहत अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के दिन सुबह-9 बजे से 12 बजे तक पुस्तक वाचन की अपील लोगों से की गयी है. अपील की गयी है, जो जहां रहें, वहां खुद पढ़े और नवसाक्षरों को भी पढ़ने के लिए प्रेरित करें. क्योंकि पलामू में साक्षरता का जो आंकड़ा वर्ष-2011 के सेंस में था. उसके मुताबिक यह औसत से भी कम था. लेकिन इधर पांच-छह वर्ष में साक्षरता के क्षेत्र में सक्रियता के साथ काम किया गया है, जिसे साक्षरता दर 63 प्रतिशत से बढ़कर 74 प्रतिशत हुई है. अगले सेंस यानी 2021 तक पलामू पूर्ण साक्षर हो इस लक्ष्य को लेकर काम किया जा रहा है. इस अभियान के तहत पलामू के सभी प्रखंडों के एक-एक पंचायत में पुस्तकालय खुलेंगे. कुल 22 पुस्तकालय खोले जाने है. इसे लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है. कांफ्रेंस में जिला साक्षरता समिति के सचिव शिवशंकर प्रसाद, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी देवेंद्रनाथ भादुड़ी मौजूद थे.