वर्षों से गांव में सौहार्द्र का जो माहौल है, उसे बिगड़ने नहीं दिया जायेगा, बल्कि जिस मामले को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है, उसे आम सहमति से सुलझा लिया जायेगा. लोकेया के लोग सांप्रदायिक एकता, शांति पसंद है, भाईचारा में यकीन रखते हैं. सोमवार को पलामू उपायुक्त अमीत कुमार शहर थाना परिसर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
डीसी श्री कुमार ने कहा कि लोकेया गांव की स्थिति अब पूरी तरह से सामान्य है. लोकेया गांव में जो विवाद था, उसे सुलझाने के लिए 12 जून को चैनपुर थाना में शांति समिति की बैठक आहूत की गयी थी, जिसमें यह तय हुआ था कि दो जुलाई को बैठक होगी. लेकिन निर्धारित समय पर लोग बैठक में नहीं पहुंचे, तो पता चला कि कुछ लोग दूसरी जगह पर बैठक कर रहे है. कुछ उपद्रवी गांव में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन प्रशासन व पुलिस की सक्रियता के कारण वैसे लोगों की मंशा सफल नहीं हुई. उपद्रवी ने कब्रिस्तान की चहारदीवारी को क्षतिग्रस्त किया था, जिसकी मरम्मत रविवार की रात करा दी गयी है. अब पूरी तरह से स्थिति सामान्य है.
पलामू पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा ने कहा कि लोकेया में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है. स्थिति को देखते हुए रांची से रैफ की टीम को बुलायी गयी है.
एसपी श्री माहथा ने कहा कि रविवार को लोकेया में उपद्रव मचाने वाले लोगों की पहचान कर ली गयी है. इस मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 50 नामजद व 800 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एसपी श्री माहथा ने बताया कि लोकेया गांव के लोग एकता, भाईचारा और शांति पसंद है, पर कुछ उपद्रवी अशांति फैलाना चाहते थे. लेकिन वैसे लोगों की मंशा सफल नहीं हुई. कानून अपना काम करेगा. पलामू में कानून का राज कायम रहेगा.