जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया स्मरणोत्सव
नगर प्रतिनिधि, पाकुड़. राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने पर जिले में शुक्रवार को भव्य स्मरणोत्सव का आयोजन किया गया. मुख्य कार्यक्रम रेलवे मैदान में हुआ, जहां मंडल रेल प्रबंधक पूर्व हावड़ा विशाल कपूर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे. कार्यक्रम में अपर मंडल रेल प्रबंधक सौरीश मुखर्जी, वरिष्ठ मंडल अभियंता कार्तिक सिंह, स्टेशन प्रबंधक लखीराम हेंब्रम मौजूद थे. रेलवे मैदान में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के छात्रों ने सामूहिक वंदे मातरम् गायन किया. इसके बाद सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल्ली से दिए मुख्य संबोधन का सीधा प्रसारण सुना. डीआरएम विशाल कपूर ने कहा कि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित वंदे मातरम 7 नवंबर 1875 को लिखा गया था, जिसने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में नयी चेतना और एकता की भावना जगाई. यह गीत भारत की आत्मा और स्वाभिमान का प्रतीक है. इधर, समाहरणालय सभागार में भी वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर कार्यक्रम हुआ, जिसकी शुरुआत अधिकारियों और कर्मचारियों ने सामूहिक गायन से की. उपविकास आयुक्त ने कहा कि यह गीत नयी पीढ़ी को राष्ट्रप्रेम और कर्तव्यनिष्ठा की प्रेरणा देती है. पाकुड़ पॉलिटेक्निक कॉलेज में भी राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन हुआ. छात्रों, कर्मचारियों और आम नागरिकों ने एक स्वर से राष्ट्रभक्ति और एकता का संदेश दिया.संत डॉन बॉस्को में प्रतियोगिताएं आयोजित
शहर स्थित संत डॉन बॉस्को स्कूल में शुक्रवार को वंदे मातरम की 150वीं जयंती पर विभिन्न सांस्कृतिक सह शैक्षणिक प्रतियोगिताएं आयोजित हुई. विद्यालय परिसर में भाषण, निबंध लेखन, वाद-विवाद, चित्रांकन, पोस्टर मेकिंग एवं पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने वंदे मातरम के सामूहिक गायन से की. प्राचार्य शिव शंकर दुबे ने विद्यार्थियों से कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह भारत की आत्मा का प्रतीक है. कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

