बरसात के दिनों में दवाइयों को सुरक्षित रखना बनी चुनौती पाकुड़. स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए भले ही कई बदलाव किए जा रहे हों, लेकिन अब भी बुनियादी व्यवस्था से जुड़ी जरूरतों की अनदेखी की जा रही है. बातें करते हैं पुराने सदर अस्पताल के दवा स्टाेर रूम का. यहां पर बरसात में दवाइयों को रखना कर्मियों के लिए चुनौती साबित हो रही है. यहीं नही रूम में कार्य करने वालों के लिए जान का भी खतरा बना रहता है. ऐसा इसलिए कि बरसात होते ही रूम के छत पर पानी जमना शुरू हो जाता है. पानी धीरे-धीरे रिसने लगता है, जिससे छत बदहाल होते जा रहा है. भवन का छत जर्जर हो चुका है. काम कर रहे हैं कर्मियों ने बताया कि बरसात के समय में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. किसी तरह दवाइयां को बचाया जाता है. वहीं भवन भी जर्जर हो गया है. छत की ढलाई टूट कर गिरती है, जिससे जान का खतरा बना रहता है. मामले को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गुफरान आलम ने बताया कि भवन जर्जर है. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है. जर्जर भवन को लेकर स्टोर कीपर से जानकारी मिली है. बहुत जल्द ही किसी अन्य कमरे की तलाश कर शिफ्ट करा लिया जायेगा.
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