पाकुड़. पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी और चंपाई सोरेन ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर पाकुड़ में रामनवमी का जुलूस निकालने पर रोक लगाने की बात कही है. उन्होंने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह सरकार की हिंदू विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. मालूम हो कि 4 अप्रैल को भाजपा नेता सह रामनवमी आयोजन समिति के प्रसन्ना मिश्रा ने एसडीओ साइमन मरांडी को आवेदन दिया था. जिसमें उल्लेख किया गया था कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के शहर में एकजुट होते हैं. इसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोग पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र, धार्मिक ध्वज, ध्वनि वादक यंत्र और गाजे-बाजे के साथ शामिल होने की बात कही गयी थी. इस आवेदन के बाद एसडीओ ने उक्त कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी. उन्होंने अपने आदेश में उल्लेख किया कि थाना से जांच प्रतिवेदन मांगा था, लेकिन थाना से जांच प्रतिवेदन नहीं मिलने, शोभा यात्रा में वास्तविक शामिल होने वाले लोगों की वास्तविक संख्या का उल्लेख नहीं रहने, वहीं गांवों से जुलूस निकालने का लाइसेंस प्रस्तुत नहीं करने के कारण विधि-व्यवस्था के संधारण के मद्देनजर गांवों के उक्त कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गयी. वहीं मालूम हो कि अनुमति प्राप्त सभी अखाड़ा की ओर से जुलूस को जिले भर में शांतिपूर्वक निकाला गया. एसडीओ ने कहा : एसडीओ साइमन मरांडी ने बताया कि प्रसन्ना मिश्रा द्वारा 4 अप्रैल को आवेदन दिया गया था. उक्त कार्यक्रम तीन थाना क्षेत्रों से गुजरता, जिसपर संबंधित थाना से जांच प्रतिवेदन मांगा गया था. वैसे में सभी पूर्व निधारित कार्यक्रमों को देखते हुए और विधि-व्यवस्था के संधारण को लेकर उक्त कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गयी. वहीं जिले के सभी पूर्व निधारित जुलूस शांतिपूर्वक निकाला गया.
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