पाकुड़िया. मोंगलाबांध स्थित प्राचीन काली मंदिर में आयोजित चैती काली पूजा मंगलवार को आस्था और श्रद्धा के साथ संपन्न हुई. सोमवार की मध्यरात्रि से पंडित प्रभाकर मिश्रा की देखरेख में पूजा की शुरुआत हुई, जो मंगलवार को संपन्न हुई. पूजा पर मां काली की प्रतिमा के अलावा, मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालुओं की ओर से एक निजी प्रतिमा भी स्थापित की गयी. मान्यता है कि इस मंदिर में सच्चे मन से मांगी गयी मुरादें अवश्य पूरी होती हैं. इसी विश्वास के साथ हर साल यहां भक्तों की भीड़ होती है. स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मंदिर में सौ वर्षों से भी अधिक समय से चैती काली पूजा की परंपरा चली आ रही है. मन्नत पूरी होने के बाद श्रद्धालु परंपरागत रूप से बली चढ़ाते हैं. मंगलवार को मुख्य पूजा के पश्चात कुमारी भोजन, आरती वंदना व प्रसाद का वितरण किया गया. पूजा को सफल बनाने में मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अशोक वर्मा, उपाध्यक्ष राजेश पाल, लखींद्र पाल, चंदन वर्मा, जितेन पाल, आकाश वर्मा, बबलू पाल ने सक्रिय भागीदारी निभाई.
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