24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

एक बच्ची की मौत, दर्जनों आक्रांत

प्रकोप. लिट्टीपाड़ा पंचायत के झपरी गांव में बीते दो सप्ताह से डायरिया का कहर जारी दो सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की खुली नींद गांव में मरीजों को दवा उपलब्ध करायी गयी नहीं लगाया गया गांव में कैंप लिट्टीपाड़ा : प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में डायरिया व मलेरिया का कहर जारी है. प्रखंड के लिट्टीपाड़ा […]

प्रकोप. लिट्टीपाड़ा पंचायत के झपरी गांव में बीते दो सप्ताह से डायरिया का कहर जारी

दो सप्ताह बाद स्वास्थ्य विभाग की खुली नींद
गांव में मरीजों को दवा उपलब्ध करायी गयी
नहीं लगाया गया गांव में कैंप
लिट्टीपाड़ा : प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में डायरिया व मलेरिया का कहर जारी है. प्रखंड के लिट्टीपाड़ा पंचायत के झपरी गांव में एक आठ वर्षीय बच्ची की मौत डायरिया से हो गयी. प्राप्त जानकारी के अनुसार झपरी गांव में बच्ची देवी पहाड़िन की मौत गुरुवार को डायरिया से हो गयी. वहीं एक दर्जन से अधिक लोग डायरिया पीड़ित हैं. जिसमें बासे पहाड़िन (42 वर्ष), रावते पहाड़िन (45 वर्ष), वेदी पहाड़िन (36 वर्ष), गणेश पहाड़िन (5 वर्ष), मैसा पहाड़िन (10 वर्ष), चांदु पहाड़िन (8 वर्ष), पहाड़िन (7 वर्ष), काली पहाड़िन (40 वर्ष), बांदरी पहाड़िन (38 वर्ष), मुड़की पहाड़िन (7 वर्ष), शांति पहाड़िन (6 वर्ष), मैसी पहाड़िन (3 वर्ष) डायरिया से पीड़ित हैं. सभी का इलाज गांव में ही स्वास्थ्य टीम कर रही है.
झपरी के ग्राम प्रधान गांदे पहाड़िन, देवेंद्र पहाड़िन, बामना पहाड़िन व चांदु पहाड़िन ने कहा कि कि प्रखंड के विभिन्न गांव में बीते दो सप्ताह से डायरिया का कहर जारी है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा न तो गांव में कैंप लगाया गया और न ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई पहल की गयी थी. इसकी सूचना लगातार ग्रामीणों द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लिट्टीपाड़ा को दिया जा रहा था.
वहीं आज दो सप्ताह बाद चिकित्सा विभाग की नींद खुली. जिसके बाद चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुशल एक्का के नेतृत्व में झपरी गांव पहुंच कैंप लगाया गया एवं गांव में मरीजों को दवा उपलब्ध करायी गयी.
पेयजल की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण
लिट्टीपाड़ा प्रखंड के विभिन्न गांवों में आज भी पेयजल समस्या से लोग जूझ रहे हैं. आजादी के 70 वर्ष बाद भी ग्रामीणों की स्थिति में सुधार नहीं दिख रहा है. गांवों में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है. ग्रामीण आज भी नाले का गंदा पानी पीने को विवश हैं. गंदा पानी पीने के कारण ही प्रखंड के लोग डायरिया व मलेरिया जैसे गंभीर बीमारी से ग्रसित होते जा रहे हैं.
डायरिया से पीड़ित बच्चे .
कठालपाड़ा में मलेरिया से दर्जनों पीड़ित
प्रखंड के कठालपाड़ा में एक सप्ताह से मलेरिया का कहर जारी है. परंतु स्वास्थ्य विभाग खानापूर्ति करते हुए एमपीडब्ल्यू व साहिया साथी को भेज कर मलेरिया पीड़ितों का इलाज कराने काम कर रही है. जानकारी के अनुसार कठालपाड़ा में दर्जनों मलेरिया से ग्रसित हैं. जिसमें पिंकी मड़ैया (6 वर्ष), शिवि पहाड़िन (12 वर्ष), जबरा पहाड़िन (8 वर्ष),
सूरजा पहाड़िन (9 वर्ष), जेठु पहाड़िन (45 वर्ष) सहित अन्य कई लोग बीमार हैं. स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में ग्रामीण जड़ी-बूटी खा कर अपना इलाज कर रहे हैं. आश्चर्य की बात यह है कि झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा करोड़ों रुपये स्वास्थ्य केे नाम पर खर्च किये जा रहे हैं. परंतु स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर कुछ नहीं दिख रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें