किस्को़ विकास के नाम पर कैसे लोगों को ठगा जा रहा है, इसका जीता-जागता उदाहरण है किस्को प्रखंड का नावाडीह पंचायत. यहां के ग्रामीणों ने प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में अपनी व्यथा खुलकर रखी. कार्यक्रम का आयोजन नावाडीह पंचायत के निनी गांव में किया गया जहां क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने वृद्धावस्था पेंशन, राशन, मईयां सम्मान योजना और पेयजल की समस्या सहित कई मुद्दों को सामने रखा. ग्रामीणों ने बताया कि निनी चर्च से कब्रिस्तान तक जाने वाली मुख्य सड़क के किनारे नाली नहीं होने के कारण गंदा पानी सड़कों पर बहता है. इससे ऊपर टोला से लेकर नीचे टोला तक जलजमाव हो जाता है. बरसात के समय हालात और खराब हो जाती है. दुर्गंध और कीचड़ से लोग परेशान रहते हैं. बार-बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से फरियाद करने के बावजूद समस्या जस की तस है. ग्रामीण रामकेश्वर उरांव का कहना है कि नाली नहीं होने के कारण घर का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है. सालों से समस्या झेल रहे हैं. घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. विभाग को सड़क के साथ ही नाली निर्माण का कराना चाहिए. जिससे किसी को दिक्कत न हो. आशिफ उरांव का कहना है कि नाली नहीं होने के कारण सड़क पर ही गंदा पानी बह रहा है. कीचड़ और दुर्गंध से लोग परेशान हैं, इसका समाधान किया जाना चाहिए. राम उरांव का कहना है कि नाली के अभाव में गंदा पानी सड़क पर बह रहा है. इसी से होकर रोजाना गुजरना पड़ता है.यह सड़क नावाडीह व हेसल पंचायत को जोड़ती है. पूरी सड़क में नाली के अभाव में गंदा पानी के कारण दुर्गंध फैलते रहती है. कीचड़ से लोग परेशान रहते हैं. पंचायती राज के प्रतिनिधि खामोश हैं. दयानंद ने बताया कि ग्रामीण परेशान हैं और अधिकारी मस्त हैं. उनकी समस्याओं की ओर किसी का ध्यान नहीं है. अनमोल कुजूर का कहना है कि मुहल्ले की सबसे बड़ी समस्या नाली का अभाव है. सालों से सड़क पर पानी बह रहा है. यह समस्या दूर हो जाये, तो कुछ राहत मिले. नाली के अभाव में पानी सड़क पर बहने से लोगों को काफी परेशानी होती है. नाली, सड़क के साथ-साथ अन्य समस्याओं से भी लोगों को जूझना पड़ रहा है. गांव के लोगों ने बताया कि उन्हें नियमित रूप से राशन भी नहीं मिलता है. जब मिलता भी है तो गड़बड़ घोटाला होता है. अभी भी अनेक जरुरतमंद लोग हैं जिनके पास घर का अभाव है लेकिन उन्हें घर नहीं मिल रहा है. कई वृद्ध लोगों को पेंशन के लिए भी भटकना पड़ रहा है. अधिकारी लोगों की समस्याओं से दूर हो गये हैं. जनता परेशान है. अभी बरसात के मौसम में लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. किसानों को खेती में काफी नुकसान हो गया है. सरकार से मुआवजा की उम्मीद है.
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