लोहरदगा़ जिले में जुआ का खेल खुलेआम जारी है. शहरी क्षेत्र से लेकर गांवों तक जुआरियों का जमावड़ा देखा जा रहा है. जुए की लत के कारण कई लोग कंगाल हो रहे हैं लेकिन यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शहर के संजय गांधी पथ, टंगरा टोली, राजा बंगला, कॉलेज रोड, बीआइडी, बक्शी डीपा, पतरा टोली सहित अन्य इलाकों और कुछ होटलों में बड़े पैमाने पर जुआ खेला जा रहा है. यहां लाखों रुपये का दांव लगाया जाता है. वहीं, ग्रामीण इलाकों में भी जुआ का प्रचलन काफी बढ़ गया है. हालत यह है कि सिमावर्ती जिलों से भी लोग यहां आकर जुआ खेलने में शामिल हो रहे हैं. जुआ अड्डों पर गरीबी और बेरोजगारी कहीं दिखायी नहीं देती. कुछ लोगों ने इसे धंधे का रूप दे दिया है. इन अड्डों से कई लोगों को मोटी कमाई होती है. अक्सर यहां झगड़े और मारपीट की घटनाएं होती हैं लेकिन पुलिस तक मामला पहुंचने के पहले ही आपसी समझौते से निपटा लिया जाता है. कुछ लोग हारे हुए जुआरियों के फाइनेंसर बनकर उन्हें अपने जाल में फंसा लेते हैं और धीरे-धीरे उनका सबकुछ हड़प लेते हैं. इससे कई परिवार आर्थिक संकट में फंस जाते हैं. जुआ अड्डों के आसपास के लोग भी बेहद परेशान रहते हैं. लगातार भीड़भाड़ और असामाजिक गतिविधियों से क्षेत्र का माहौल बिगड़ता जा रहा है. इसके बावजूद प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है.
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