लोहरदगा़ फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत लिंफोएडेमा से ग्रसित फाइलेरिया रोगियों के रुग्णता प्रबंधन को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन डीपीएमयू सभागार, सदर अस्पताल परिसर लोहरदगा में किया गया. प्रशिक्षण में राज्य कार्यक्रम इकाई वीबीडी, रांची से राज्य प्रशिक्षण सलाहकार विनय कुमार, राज्य वित्त सलाहकार प्रवीण कुमार एवं प्रोक्योरमेंट सलाहकार मोहम्मद शाहनवाज उपस्थित थे प्रशिक्षण में लोहरदगा जिले के सभी पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से दस-दस सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया. राज्य प्रशिक्षण सलाहकार विनय कुमार ने बताया कि राज्य में वर्ष 2004 से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम संचालित है, लेकिन अब भी यह एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. उन्होंने कहा कि फाइलेरिया के तीसरे स्टेज एवं उससे ऊपर के रोगियों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से एमएमडीपी किट उपलब्ध करायी जाती है. एमएमडीपी किट में टब, मग, तौलिया, क्रीम, लोशन समेत आवश्यक सामग्री शामिल होती है. रोगियों को प्रतिदिन कम से कम एक बार गुनगुने पानी से प्रभावित अंग को साबुन से धोने, हल्के हाथों से साफ करने और मलहम लगाने की सलाह दी जाती है, जिससे घाव भरने में सहायता मिलती है. जिला प्रशिक्षण सलाहकार रजनी लकड़ा ने सीएचओ को अपने क्षेत्र में रोगियों को किट के सही उपयोग के लिए प्रेरित करने को कहा. वहीं, पीरामल फाउंडेशन की स्वाति चौधरी ने सरकारी प्रयासों को आमजन तक पहुंचाने पर जोर दिया. प्रशिक्षण में प्रवीण कुमार और मोहम्मद शाहनवाज ने भी विस्तृत जानकारी दी.
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