लोहरदगा. रांची के सिरम टोली स्थित केंद्रीय सरना स्थल पर हो रहे कथित अतिक्रमण के खिलाफ लोहरदगा आदिवासी सामाजिक संगठन ने उग्र प्रदर्शन किया. विरोध स्वरूप लोहरदगा जिले के शंख नदी स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा के पास मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका गया. सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद उरांव ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरना स्थल की पवित्रता से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद को आदिवासियों का हितैषी बताते हैं, लेकिन उनकी सरकार में ही आदिवासियों की आस्था को ठेस पहुंचायी जा रही है. अगर सरकार ने इस पवित्र स्थल से अतिक्रमण नहीं हटाया तो जल्द ही राज्यव्यापी आंदोलन होगा. प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की कि केंद्रीय सरना स्थल पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और इस स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस मामले को हल्के में लिया, तो आदिवासी समाज उग्र आंदोलन करने को मजबूर होगा. केंद्रीय सरना स्थल आदिवासी समाज की धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है. यह स्थल सरना धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र है, जहां वे अपने परंपरागत रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा-अर्चना करते हैं. ऐसे में इस स्थल पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण आदिवासी समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है. मौके पर शंकर उरांव, मुकेश कुमार, प्रभु उरांव, प्रवीण लकड़ा, शशिकांत भगत, सुजीत उरांव, पंकज उरांव, प्रमिला उरांव, राजमणि उरांव, फूलों उरांव, सुशीला उरांव समेत बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के पुरुष और महिलाएं मौजूद थे .
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