लोहरदगा. वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ अंजुमन इस्लामिया की ओर से मंगलवार को अंजुमन हॉस्पिटल परिसर में एक अहम बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता अंजुमन इस्लामिया के सदर अब्दुल रऊफ अंसारी ने की. इस दौरान संगठन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने वक्फ कानून में हुए संशोधनों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इसे संविधान विरोधी बताया. बैठक में सर्वसम्मति से वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ तीव्र आंदोलन करने का प्रस्ताव पारित किया गया. सदर अब्दुल रऊफ अंसारी ने कहा कि यह कानून संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 21, 25, 26, 29 और 300ए का उल्लंघन करता है और मुसलमानों के वैध अधिकारों का हनन है. उन्होंने दो टूक कहा कि जब तक यह कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. सचिव शाहिद अहमद बेलू ने भी अपने संबोधन में कहा कि यह कानून मुस्लिम समाज की संपत्तियों पर सीधा हमला है, जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा किएक-एक मुसलमान इस लड़ाई के लिए तैयार है और आर-पार की लड़ाई लड़ी जायेगी. बैठक में नाइब सदर हाजी नइम खान, सैयद आरिफ हुसैन, कोषाध्यक्ष फिरोज शाह, सहसचिव अल्ताफ कुरैशी, अनवर अंसारी, पूर्व अध्यक्ष हाजी शकील अहमद, खालिद शाह, हाजी शउद आलम, कारी हाजी शाहीद, मौलाना मिन्हाज कासमी, मुफ्ती उमर फारूक, फारूक कुरैशी, दानिश अली, वासिफ कय्यूम, यासीन कुरैशी, सरवर खान, इमरान हुसैन, अब्दुल मोहेमिन बब्बन, सैयद वसीम, सैयद कासिम, रौनक आलम, आमिर खान, तौसिफ रजा, इमरान आलम, समी अहमद, रेहान अख्तर समेत बड़ी संख्या में सदस्य और स्थानीय नागरिक उपस्थित थे.
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