लोहरदगा़ जिले में लगातार 48 घंटे से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोग घरों में दूबकने को विवश हैं. जिला कृषि विभाग से मिली जानकारी अनुसार जिले में सामान्य बारिश का अनुमान 137.3 के विरुद्ध अब तक 342.5 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. इसके बाद भी लगातार बारिश जारी है जिससे नदियां उफान पर है. नदी-नालों और तालाबों का जलस्तर बढ़ गया है. कुआं लबालब भर चुके हैं. खेतों में भी पानी बहने लगा है. जिससे खेती- किसानी के काम में परेशानी हो रही है. विभिन्न प्रखंडों से मिली सूचना के अनुसार कई गरीबों का घर गिर गया. जिससे उन्हें रहने की समस्या उत्पन्न हो गयी है. कोयल तथा शंख नदी में आयी बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. डीसी ने लोगों को सावधानी बरतने की बात कही है. वहीं, जिला के संबंधित अधिकारियों को हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है. लगातार हो रही बारिश से पूर्व में लगाये गये फसल को नुकसान होने की संभावना बढ़ गयी है. खेतों में लगी सब्जी बर्बाद होने के कगार पर है. क्योंकि खेतों में पानी जमा हो गया है. किसानों का कहना है कि अति दृष्टि के कारण खेती-किसानी में समय लगेगा़ खेतों से जल प्रवाह हो रहा है. ऐसी स्थिति में बिचड़ा के लिए बीज डालना खतरे से खाली नहीं है. किसानों ने बताया कि अब जिले के किसान परंपरागत खेती नहीं करते बल्कि वैज्ञानिक पद्धति से खेती करते हैं और इसके लिए महंगे बीज एवं खाद का उपयोग करते हैं. बिचड़े सड़ने की स्थिति में उन्हें काफी आर्थिक नुकसान होगा. किसानों का कहना है कि जिले के किसान माॅनसून पर निर्भर होते हैं और कभी अतिवृष्टि तो कभी अल्प वृष्टि की मार झेलते हैं. जिससे उन्हें काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. इस बार माॅनसून की पहली बारिश ने ही खेतों में पानी भर दिया. इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार किसान समय अनुसार खेती नहीं कर पायेंगे. लगातार हो रही बारिश के कारण बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गयी है. जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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