लोहरदगा : नालसा और झालसा के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के मार्गदर्शन में लोहरदगा मंडल कारा में बंद महिला बंदियों तथा उनके बच्चों को अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से 10 दिवसीय कंपेन का आयोजन 15 से 24 मई तक किया जायेगा.
इसकी जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव लक्ष्मीकांत ने बताया कि कारा में बंद महिला बंदियों के विधिक सेवा संबंधित समस्याओं का निवारण करने का प्रयास किया जायेगा तथा महिला बंदी और उनके बच्चों का स्वास्थ्य जांच भी किया जायेगा. भारतीय संविधान, आपराधिक कानून से संबंधित, पारिवारिक विवाद से जुड़े कानून, महिला और बच्चों से जुड़े कानून, विधिक सेवाओं की जानकारी दी जायेगी. इसके अवाला महिला बंदियों को प्रारंभिक शिक्षा के साथ-साथ सिलाई के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण भी दिया जायेगा. जेल के दो पुरुष बंदी और दो महिला बंदी जो पारा लिगल वोलेंटियर्स के रूप में जेल के अंदर रह कर काम कर रहे हैं,
उन्हें नालसा मॉडल के तहत 10 दिनों तक ट्रेनिंग दी जायेगी. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आठ प्रशिक्षिकों की सेवाएं ली जा रही है. इनमें जेल पैनल अधिवक्ता प्रवीण कुमार भारती व अनिल कुमार पांडेय, मिस किसमंती मिंज, सेवानिवृत्त चिकित्सक डॉ गणेश प्रसाद, कारा चिकित्सक डॉ सुमन एक्का, सीडीपीओ सीता पुष्पा, डिप्टी जेंडर कॉर्डिनेटर सपना एवं होप संस्था की संचालिका मनोरमा एक्का शामिल हैं. ये सभी नालसा मॉडल के तहत 15 से 24 मई तक जेल का भ्रमण करेंगे तथा जेल के अंदर महिला बंदियो की समस्याओं का समाधन करेंगे तथा उनके पुनर्वास पर कार्य करेंगे.