कुड़ू : थाना से दो किलोमीटर दूर अखराटोली कुड़ू में रह कर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ाई कर रही छात्रा मनीषा कुमारी ने मंगलवार देर रात फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. पुलिस सूचना पाकर बुधवार सुबह पहुंची तथा मामले की जांच शुरू की. जानकारी पाकर एसडीपीओ अरविंद कुमार वर्मा भी पहुंचे तथा मृत […]
कुड़ू : थाना से दो किलोमीटर दूर अखराटोली कुड़ू में रह कर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ाई कर रही छात्रा मनीषा कुमारी ने मंगलवार देर रात फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. पुलिस सूचना पाकर बुधवार सुबह पहुंची तथा मामले की जांच शुरू की. जानकारी पाकर एसडीपीओ अरविंद कुमार वर्मा भी पहुंचे तथा मृत छात्रा के भाई – बहन तथा सहेली से जानकारी ली. बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के हुरहद गांव निवासी शेरा उरांव अपने परिवार व चार बच्चों के साथ पिछले पांच-छह साल से कुड़ू अखराटोली में रह रहे थे. पिछले साल शेरा उरांव की पत्नी की मौत हो गयी थी. इसके बाद शेरा रोजगार की तलाश में त्रिपुरा चला गया़ घर में तीन बच्चे मनीषा कुमारी, अनीष उरांव तथा अनीषा कुमारी रह रहे थे. बड़ा बेटा मनीष उरांव दो माह पहले गोवा से काम कर लौटा था.
मनीषा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में क्लास सातवीं में पढ़ाई करती थी. मंगलवार रात लगभग 10 बजे तक वह अपनी सहेली खुशबू कुमारी के साथ अपने घर पर थी तथा अपनी मां के पुराने फोटो को देख रही थी. खुशबू ने पुलिस को बताया कि तीन युवक आये थे. मोबाइल से बात कर रहे थे. मैं सोने चली गयी पता नहीं चला फिर क्या हुआ.
पुलिस ने मौके पर तीनों युवको से पूछताछ की तो पता चला कि एक युवक के साथ मनीषा का प्रेम-प्रसंग चल रहा था. मनीषा के भाई ने युवक को अपनी बहन से मिलने- जुलने को मना कर दिया था.युवक तथा मनीष उरांव ने भी पुलिस को बताया कि प्रेम-प्रसंग चल रहा था लेकिन कुछ दिनों से दोनों अलग हो गये थे. पुलिस को अंदेशा है की मनीषा प्रेम प्रसंग मे असफल होने का सदमा सहन नहीं कर पायी और आत्महत्या कर ली. छात्रा के आत्महत्या की सूचना पर थाना प्रभारी सुधीर प्रसाद साहू, अनि खंतर हरिजन , सअनि संजय कुमार, मुरारी कुमार, लवकुश सिंह पहुंचे तथा शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लोहरदगा भेज दिया. आत्महत्या का मामला दर्ज करते हुए पुलिस मामले की जांच कर रही है़
दो माह से नहीं गयी थी स्कूल, नहीं दी थी परीक्षा
मनीषा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में सातवीं क्लास में पढ़ाई करती थी. पिछले 28 फरवरी तक विद्यालय के रिकार्ड के अनुसार विद्यालय में रही. इसके बाद कभी स्कूल नहीं गयी थी. बताया जाता है कि मनीषा ने सातवीं क्लास की फाइनल परीक्षा भी इस साल नहीं लिखी थी़ स्कूल की वार्डेन सीमा प्रसाद ने बताया कि 28 फरवरी के बाद से मनीषा स्कूल नहीं आयी थी. कई बार सूचना देने के बाद भी वह स्कूल नहीं आयी. बुधवार को मनीषा की मौत की सूचना पाकर वार्डेन समेत अन्य शिक्षिकाएं मनीषा के घर पहुंची लेकिन घर पर कोई नहीं मिला.