लातेहार. जेएसबीसीएल द्वारा संचालित सरकारी शराब दुकान के दुकान प्रभारियों व सहायकों को पिछले छह माह (अक्टूबर 2024) से मानदेय नहीं मिला है. मानदेय मांगने पर उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी मानव प्रदता कंपनी की ओर से दी जा रही है. इसके विरोध में गुरुवार को जिले के सभी सरकारी शराब दुकानों को बंद कर दिया गया और दुकान प्रभारी व सहायकों ने समाहरणालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. बाद में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. दुकान प्रभारी व सहायकों ने बताया कि उन्हें मानव प्रदाता कंपनी केएस मल्टी फैसिलिटी प्रालि की ओर से सरकारी शराब दुकानों में दुकान प्रभारी व सहायक के रूप में नियोजित किया गया है. कंपनी की ओर से पिछले अक्तूबर माह से मानदेय नहीं दिया गया है. इससे उन्हें आजीविका चलाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि ऐसे में बच्चों के पठन-पाठन सामग्री खरीदने में मुश्किलें आ रही है. उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है. मानदेय भुगतान के बारे में जब मुख्य कॉ-आर्डिनेटर मनोज यादव से बातचीत की जाती है, तो वह नौकरी से निकाल देने की धमकी देते हैं. लातेहार जिला के कॉ-आर्डिनेटर रंजीत यादव भी संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं. कर्मियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती है, शराब की दुकानें बंद रहेंगी. मौके पर आयुष कुमार, भीष्म राम, दीपक कुमार, रौशन कुमार, नागेंद्र प्रसाद, शशि कुमार, अमित कुमार, राहुल कुमार, कन्हाई प्रसाद, विकेंद्र कुमार, सूरज कुमार, सरदार प्रसाद, वीरेंद्र प्रसाद, रवींद्र प्रसाद, सतीष प्रसाद, शशिभूषण कुमार, अजीत कुमार, हीरानंद प्रसाद, संजय कुमार व राहुल कुमार उपस्थित थे.
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