बरवाडीह़ प्रखंड की लंबे समय से लंबित उत्तर कोयल मंडल डैम परियोजना से सिंचाई सुविधा की आस लगाये बिहार के किसानों का सब्र अब जवाब देने लगा है. मंगलवार को बिहार के औरंगाबाद, काराकाट तथा गया जिलों के किसान मजदूर मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल मंडल डैम परियोजना स्थल पहुंचा. लगभग 60 सदस्यीय इस दल ने परियोजना स्थल का भौतिक सत्यापन किया और वर्तमान स्थिति का जायजा लिया. निर्माण की सुस्त रफ्तार पर रोष : प्रतिनिधिमंडल ने सड़क मार्ग से होते हुए डैम स्थल का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने वहां बन रहे पुलिस पिकेट और बांध के लिए तैयार किये जा रहे फाटकों (गेट्स) का निरीक्षण कर संतोष तो जताया, लेकिन मुख्य डैम का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की. किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किए जाने और केंद्र व झारखंड कैबिनेट से स्वीकृति मिलने के बावजूद धरातल पर काम शुरू नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. पांच दशकों से जारी है संघर्ष : मौके पर किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक लड्डू खान एवं डॉ शिवानंद यादव ने बताया कि बिहार के किसान पिछले पांच दशकों से इस परियोजना को पूर्ण कराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इसके लिए अनिश्चितकालीन धरना, रेलवे ट्रैक जाम करने से लेकर दिल्ली और पटना की सड़कों पर कई बार आंदोलन किये गये हैं. उन्होंने कहा कि अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं, कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. इसी कारण किसान अब एकजुट होकर आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. निरीक्षण दल में ये थे शामिल : इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से चंद्रशेखर प्रसाद यादव, महेश प्रसाद, संतोष गिरी, तुलसी यादव, दीपक गुप्ता, विष्णु यादव, सिद्धी यादव, कामेश्वर सिंह यादव, विनोद यादव, भीम बिहारी विश्वकर्मा समेत दर्जनों किसान शामिल थे.
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