बेतला़ बेतला में पलामू जोनल आइजी सुनील भास्कर की अध्यक्षता में पुलिस पदाधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक हुई. बैठक में पलामू प्रमंडल से नक्सली और अपराधियों का सफाया करने पर रणनीति बनायी गयी. बैठक के दौरान अापराधिक घटनाओं पर रोकथाम के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गयी. बैठक के बाद पलामू जोनल आइजी ने कहा कि अपराधियों की संख्या सिंगल डिजिट में बची हुई है, जिसे खत्म करना पुलिस के लिए कोई चुनौती नहीं है. पुलिस वैसे लोगों से अपील करना चाहती है कि वह सरकार के मुख्य धारा में शामिल होकर विकास को गति दें. सरकार आज आत्मसमर्पण करने वाले अपराधियों और उग्रवादियो को कई सुविधाएं उपलब्ध करा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार की नीति स्पष्ट है जिसका लाभ लेने की जरूरत है. अपराधियों को आत्मसमर्पण करने में किसी भी तरह की हिचक अथवा डर की भावना नहीं रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि नक्सली व अपराध को खत्म करने के लिए पुलिस प्रतिबद्ध है. यदि पुलिस के समक्ष अपराधी और नक्सली आत्मसमर्पण नहीं करते हैं तो पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी और जल्द ही उन्हें नेस्तनाबूद कर देगी. उनकी संपत्ति को जब्त कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि पुलिस की दबिश का ही नतीजा है कि आज डब्लू सिंह, सुजीत सिंह जैसे अपराधी जेल के सलाख़ों के पीछे हैं. डीआइजी नौशाद आलम ने कहा कि नक्सली जंगल में खाक छानते- छानते मौत के शिकार हो गये. लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला. उनका घर-परिवार उजड़ गया है. इसलिए अब जो लोग बचे हुए हैं उन्हें मुख्य धारा में शामिल होना चाहिए. आत्मसमर्पण की नीति उन्हें समृद्ध बनायेगा. बैठक में लातेहार एसपी कुमार गौरव, गढ़वा एसपी अमन कुमार, सीआरपीएफ कमांडेंट डीके मिश्रा, एसएसबी 32 बटालियन के कमांडेट राजेश सिंह, एसपी अभियान राकेश सिंह, बरवाडीह एसडीपीओ भरत राम सहित बरवाडीह थाना प्रभारी अनुप कुमार, छिपादोहर थाना प्रभारी यकीन अंसारी समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
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