लातेहार. जिले में सूर्य उपासना का महापर्व चैती छठ मंगलवार को नहाय-खाय के साथ प्रारंभ हो गया. मंगलवार को छठ व्रतियों ने सुबह अपने नजदीक के जलाशयों में स्नान किया और घर में चावल और लौकी की सब्जी बनाकर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया. दो अप्रैल को खरना के बाद तीन अप्रैल को संध्या अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देंगे. चार अप्रैल की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के साथ ही महापर्व संपन्न हो जायेगा. इधर, चैती छठ को लेकर बाजार में चहल-पहल देखी गयी. व्रतियों के लिए सूप और दउरे की बिक्री हुई. पर्व को लेकर क्षेत्र के माहौल भक्तिमय बना हुआ है.
छठ घाटों की हुई सफाई:
पर्व को लेकर श्री सूर्यनारायण पूजा समिति, चाणक्य नगरी के सदस्यों की ओर से चैती छठ पूजा की तैयारी को लेकर औरंगा नदी छठ घाट की साफ-सफाई करायी गयी. समिति के सदस्यों ने घाटों को साफ-सुथरा कर श्रद्धालुओं के लिए सुव्यवस्थित बनाया. समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने कहा कि छठ महापर्व सूर्य उपासना का पर्व है. इसमें स्वच्छता और पवित्रता का विशेष महत्व होता है. इसी को ध्यान में रखते हुए घाट की सफाई करायी गयी है. समिति के सदस्यों ने छठ महापर्व के सफल आयोजन के लिए सभी से सहयोग की अपील की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है