कोडरमा बाजार. विश्व आदिवासी दिवस पर सुजानपुर लख्खीबागी स्थित सरना स्थल पर आदिवासी समाज की ओर से विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये. यहां दिशोम गुरु पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन व झारखंड के अमर शहीदों की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई बालेश्वर मुंडा ने कहा कि आदिवासी संस्कृति जमीन से जुड़ी हुई है. ऐसे में जल, जंगल और जमीन को बचाना हम सभी का कर्तव्य है. श्री मुंडा ने आदिवासी समाज से अपील करते हुए कहा की आप बच्चों को शिक्षित करें. उन्हें बढ़िया खाना और कपड़े भले ही न दें, लेकिन शिक्षा दें. शिक्षा से ही हमारी संस्कृति और जल, जंगल व जमीन की सुरक्षा हो सकती है. डीपीओ अनूप कुजूर ने लोगों को आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आदिवासी समाज आदिकाल से प्रकृति से जुड़ा है. ऐसे में हम सभी को प्रकृति की रक्षा करने, अपने हक और अधिकार के लिए जागरूक होने का संकल्प लेने की जरूरत है. इसके पूर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष पवन माइकल कुजूर ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आदिवासियों के संपूर्ण विकास के लिए सरकार की ओर से विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही है, फिर भी काफी पीछे है. इसका मुख्य कारण यह है कि हम अपने अधिकार के लिए जागरूक नहीं हैं. उन्होंने कहा कि समाज के बच्चों को शिक्षित करें. शिक्षा से ही समाज में जागरूकता आयेगी. कार्यक्रम के दौरान नाटक प्रस्तुत कर लोगों को अशिक्षा, नशा, बाल-विवाह आदि कुप्रथाओं के खिलाफ जागरूक किया गया. मौके पर विनोद उरांव, कमल हेम्ब्रम, नंदू उरांव, पोलीकार्प तिर्की, जीवन टोप्पो, दीपक मुंडा, राम मुंडा ,सुकरा मुंडा, रूपेश मुंडा, ज्योति तिर्की, अल्मा लकड़ा, उषा कांति लकड़ा, सलोनी सोरेन आदि मौजूद थे.
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