झुमरीतिलैया. श्री श्याम मित्र मंडल के तत्वावधान में महाराणा प्रताप चौक स्थित श्री संकट मोचन मंदिर में शनिवार को खाटू श्याम बाबा का भव्य जन्मोत्सव हर्षोल्लास और भक्तिभाव के साथ मनाया जायेगा. कार्यक्रम का शुभारंभ संध्या 7 बजे ज्योत प्रज्वलन व इत्र वर्षा के साथ होगा. इस अवसर पर पूरा मंदिर परिसर भक्ति रस में डूबा रहेगा. कार्यक्रम में शहर के प्रसिद्ध भजन प्रवाहक भक्तिरस की गंगा प्रवाहित करेंगे. वहीं पटना से आमंत्रित ख्यातिप्राप्त गायिका राधिका सांडीलिया अपने मधुर स्वरों से बाबा श्याम को भजनों के माध्यम से रिझाएंगी. जन्मोत्सव के अवसर पर बाबा को केक व 56 भोग अर्पित किया जायेगा, साथ ही आतिशबाजी का भी आयोजन होगा. आयोजन समिति ने बताया कि श्री श्याम मित्र मंडल ने सभी श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है. वहीं पानी टंकी रोड स्थित श्याम मंदिर में बाबा का अलौकिक श्रृंगार किया जायेगा. ज्योत प्रज्वलन के साथ भजन कार्यक्रम होगा, जिसमें शहर के प्रसिद्ध गायक नवीन पांड्या, नवीन सनातन समिति के गायक व अन्य कलाकार प्रस्तुति देंग. अड्डी बंगला श्याम मंदिर में भी तैयारी पूरी कर ली गयी हैं. महिला मंडल निकालेगी निशान पद यात्रा श्याम महिला मंडल की ओर से शनिवार सुबह सात बजे झंडा चौक स्थित दुर्गा मंदिर से 45वीं निशान पद यात्रा निकाली जायेगी, जो स्टेशन रोड, भदानी रोड होते हुए श्याम मंदिर पहुंचेगी. वहां बाबा को निशान अर्पित किया जायेगा. खाटू राजस्थान रवाना हुए कई श्रद्धालु इधर, कोडरमा स्टेशन से अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस के माध्यम से कई श्रद्धालु शुक्रवार की सुबह खाटू, राजस्थान के लिए रवाना हुए, जहां वे शनिवार को पूजा-अर्चना करेंगे और जन्मोत्सव में शामिल होंगे. खाटू रवाना होने वालों में बिपिन बिहारी सिंह, रवि दाहिमा, उमंग कंदोई, पप्पू सिंह, यश बंसल, मुकुंद केडिया, अनिमेष आनंद, अभिषेक बर्णवाल, विवेक सहल, दीपेश जेठवा, रत्नेश प्रसाद, विकास कुमार गौड़, मोहन मेहता, हर्षद मेहता, अशोक कुमार, विकास अठघरा, विकास बैसखियार, विकास चरण पहाड़ी, बीरेंद्र यादव, सीमा सहल, प्रियंका ओझा, ताप्ती चक्रवर्ती आदि के नाम शामिल है. तुलसी विवाह की पावन तिथि व महत्व खाटू श्याम जन्मोत्सव के साथ ही भक्तों के लिए धार्मिक उल्लास का एक और अवसर समीप है. तुलसी विवाह, जो देवउठनी एकादशी के अगले दिन द्वादशी तिथि को मनाया जाता है. ज्योतिषी विनीता निशु के अनुसार देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं. इस दिन से चातुर्मास समाप्त होता है और समस्त मांगलिक कार्य प्रारंभ किये जाते हैं. इस वर्ष देवउठनी एकादशी 1 नवंबर को पड़ रहा है. एकादशी तिथि 1 नवंबर सुबह 4:02 बजे से प्रारंभ होकर रात 2:56 बजे तक रहेगी. वहीं तुलसी विवाह का शुभ मुहूर्त 2 नवंबर सायं 5:30 से 8:00 बजे तक का है. इस दिन वृंदा यानी तुलसी माता का विवाह भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप से कराया जाता है. मान्यता है कि तुलसी विवाह कराने से वैवाहिक जीवन की परेशानियां दूर होती हैं, और दांपत्य में सुख-समृद्धि आती है.
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