कोडरमा. तिलैया डैम का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर आने की आशंका को देख शुक्रवार की देर रात तक डीवीसी प्रबंधन की ओर से डैम के तीन फाटक को खोल दिया गया. रात करीब 9.22 बजे तीनों फाटक को खोला गया. देर रात तक एक-एक कर कुल 10 फाटक खोलने की तैयारी चल रही थी. इससे पहले वर्ष 2015 में ऐसी स्थिति बनी थी. जानकारी के अनुसार तिलैया डैम व आसपास के इलाकों में शुक्रवार को डीवीसी प्रबंधन की ओर से गेट खोले जाने को लेकर माइकिंग भी करायी गयी. मैथन से मिले निर्देश के बाद स्थानीय प्रबंधन की ओर से शुक्रवार की रात डैम के ऊपरी गेट खोला गया.
इससे पहले अधिकारियों की मौजूदगी में रात आठ बजे रिहर्सल किया गया. बरही एसडीओ वैद्यनाथ कामती, कोडरमा एसडीओ रिया सिंह, एसडीपीओ अनिल सिंह, चंदवारा सीओ अशोक भारती समेत अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में रिहर्सल किया गया. डैम के फाटक को खोलने से पहले जिला प्रशासन की ओर से कोडरमा समेत हजारीबाग, गिरिडीह, धनबाद व जामताड़ा जिला प्रशासन को अलर्ट किया गया है. निचले क्षेत्र में रहनेवाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. बताया जाता है कि कुल 14 में से 10 गेट को खोलने की तैयारी थी. प्रति सेकेंड 100 क्यूबिक फीट पानी को छोड़ने की तैयारी चल रही थी. तिलैया डैम हाइडल प्रोजेक्ट के इंचार्ज एसएम कादरी ने बताया कि डैम का डेंजर लेवल 1218 फीट है. वर्तमान में 1213.2 फीट के करीब वाटर लेबल है, पर भारी बारिश होने की संभावना को देखते हुए डैम का गेट खोलने का निर्देश आया है. डैम के ऊपरी हिस्से में कुल 14 गेट है. गेट खोलने से बराकर नदी का जलस्तर बढ़ सकता है. ऐसे में आसपास के लोगों को सतर्क किया गया है. वहीं नदी से दूर रहने की अपील जारी की गयी है.
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