कोडरमा बाजार. आदिवासियों का सबसे प्रमुख त्योहार सरहुल मंगलवार को जिले में पूरी श्रद्धा, भक्ति और पारंपरिक रीति रिवाज के साथ संपन्न हुआ़ जिला मुख्यालय स्थित बिरसा नगर (मरियमपुर) में आदिवासी संघ के अध्यक्ष पवन माइकल कुजूर की अध्यक्षता में सरहुल महोत्सव का आयोजन किया गया़ कार्यक्रम में बतौर अतिथि डीपीओ सह जिला कल्याण पदाधिकारी अनूप कुजूर और कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई बालेश्वर मुंडा शामिल हुए़ इसके पूर्व आगंतुक अतिथियों का स्वागत आदिवासी परंपरा के अनुसार कर उन्हें पगड़ी और पलाश के फूल देकर सम्मानित किया गया़ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीपीओ श्री कुजूर ने कहा कि सरहुल का त्योहार प्रकृति की उपासना और सुंदरता का प्रतीक है़ यह त्योहार संथाली परंपरा, संस्कृति और सभ्यता को बनाये रखने में अहम भूमिका निभाने का कार्य कर रहा है़ उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के लोग सदियों से जल, जंगल और प्रकृति की रक्षा में अहम भूमिका निभाते चले आ रहे हैं, लेकिन आज के आधुनिक समय में भी यह समाज पूरी तरह से मुख्यधारा में शामिल नहीं हो पाया है़ इसके लिए समाज के प्रबुद्ध लोगों को आगे आने की जरूरत है, ताकि समाज के सभी लोग मुख्यधारा में शामिल हो सकें. अपने अधिकार के प्रति जागरूक हो सकें. कार्यपालक अभियंता बालेश्वर मुंडा ने कहा कि सरहुल के आगमन पर प्रकृति अपने नए स्वरूप में नजर आती है़ यह पर्व हमें प्रकृति से प्रेम करने और उसकी रक्षा करने का संदेश देता है़ मानव समेत सभी जीवों का अस्तित्व तभी तक है जब तक पेड़ पौधे हैं, जंगल है. संघ के अध्यक्ष श्री कुजूर ने कहा कि देश और दुनिया उन्नति के मार्ग पर चल पड़ी है, परंतु आदिवासी समाज मुख्यधारा से कटा हुआ है़ इसके कारण समाज के अधिकांश लोग सरकार के कल्याणकारी योजनाओं से वंचित हैं. समाज में शिक्षा और रोजगार की कमी है़ इस पर सरकार और जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है, तभी हमारा समाज मुख्यधारा में शामिल होकर आत्मनिर्भर बन सकता है़ कार्यक्रम को डॉ. विमल प्रसाद, अनिल हांसदा आदि ने भी संबोधित किया़ लगभग दो घंटे तक चले उक्त कार्यक्रम के दौरान अम्बातरी, ढोढाकोला, नलवा, बेंदी, भीतिया आदि सुदूरवर्ती क्षेत्रों से आये आदिवासी समाज के युवक युवतियों ने पारंपरिक परिधान धारण कर मांदर की थाप पर एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया़ इसके पूर्व स्थानीय लक्खीबागी स्थित सरना स्थल पर पाहन उमेश हेंब्रम और मुकेश मुर्मू ने पूजा अर्चना की. वहीं संघ के अध्यक्ष पवन माइकल कुजूर व अनिल हांसदा आदि के नेतृत्व में शोभायात्रा निकाली गयी, जो लक्खीबागी, कोडरमा बाजार, छोटकीबागी होते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंचा़ शोभायात्रा में शामिल आदिवासी युवक युवतियां मांदर के थाप पर आकर्षक नृत्य करते हुए चल रहे थे़. मौके पर अनिकेत पन्ना, अमन टोप्पो, अभिषेक टोप्पो, प्रशांत कुजूर, जोसेफ बाड़ा, उषा कांति लकड़ा, अलमा लकड़ा, रौशनी केरकेट्टा, देवनिश एक्का, वाल्टर तिग्गा, स्टीफन सिंह, बेंजामिन एक्का, मिलयानुस कुजूर, तमन्ना कुजूर, शोभा केरकेट्टा, बब्लू बिरवा, डेलो मुंडा, कमल हेंब्रम सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे़ सरहुल महोत्सव में शामिल हुई विधायक इधर, विधायक डॉ. नीरा यादव भी सरहुल महोत्सव में शामिल हुईं और महिलाओं के पारंपरिक नृत्य में हिस्सा लिया़ जिला मुख्यालय कोडरमा स्थित सहाना रोड में कार्यक्रम में विधायक शामिल हुईं. उन्होंने लोगों को प्रकृति पर्व सरहुल की बधाई दी और धरती माता से सबों के कल्याण की कामना की़ विधायक ने कहा कि प्रकृति का महापर्व सरहुल आप सबों के जीवन में नयी ऊर्जा और उमंग लाये और धरती माता का आशीर्वाद आपके जीवन को हरियाली और खुशहाली से भर दे. समाजसेवी ने पेयजल व शरबत वितरण किया गांधी चौक पर समाजसेवी विनय कुमार सिंह ने पेयजल और शरबत का व्यवस्था किया. शोभायात्रा में शामिल आदिवासी समुदाय के लोगों को श्री सिंह ने पेयजल और शरबत दिया. मौके पर राकेश पांडेय, जयप्रकाश राम, कुंतल बनर्जी, महेंद्र कुमार, देवराज पांडेय, हर्ष पांडेय, राशो सिंह आदि मौजूद थे़ चंद्रवंशी समाज और मंगलम हॉस्पिटल ने मेडिकल कैंप लगाया अखिल भारतवर्षीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा और मंगलम हॉस्पिटल ने कोलटेक्स के समीप मेडिकल कैंप लगाया. इस दौरान शरबत की भी व्यवस्था की गयी थी़ मौके पर महासभा के कार्यकारी राज्य महासचिव दीपक नवीन, रामेश्वर राम रवानी, सीताराम भगत, वीरेंद्र राम, उमेश राम आदि मौजूद थे़.
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