कोडरमा. प्रखंड के गरायडीह गांव के लोग इन दिनों शुद्ध पानी के लिए बेहाल हैं. गांव में विधायक मद से निर्मित जलमीनार कई महीनों से बंद पड़ी है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हो सका है़ भीषण गर्मी में महिलाएं एक किलोमीटर दूर से पानी ढोकर लाती हैं, तब जाकर प्यास बुझा पाती हैं. स्थानीय निवासी अनिता देवी ने कहा कि हम गरीब महिलाओं का दर्द कोई देखने-सुनने वाला नहीं है़ चुनाव में बड़े-बड़े वादे किये जाते हैं, लेकिन जीतने के बाद सब भूल जाते हैं. जल संकट की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीणों ने कई बार बीडीओ और उपायुक्त से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई़ कांग्रेस नेता प्रकाश रजक ने गरायडीह पहुंच कर महिलाओं की व्यथा सुनी और जल संकट को लेकर उपायुक्त को व्हाट्सएप के माध्यम से पूरी जानकारी दी. इसके बाद पंचायत सचिव महादेव दास गांव पहुंच कर जांच कर लौट गये, परंतु जलमीनार अब भी बंद पड़ी है़ ग्रामीणों का कहना है कि विधायक मद से बनी यह जलमीनार वर्षों से गांव की एकमात्र आशा थी, लेकिन कई महीने पहले यह खराब हो गयी और तब से अब तक कोई सुधार कार्य नहीं हुआ है़ गर्मी के मौसम में जल स्तर नीचे चला गया है, जिससे कई गांवों में पेयजल संकट गहराता जा रहा है़
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