डोमचांच. उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय धजवा में शिक्षा विभाग की जांच में कई गड़बड़ी मिली है़ इसे लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा गया है़ साथ ही मानदेय भुगतान पर रोक लगा दी गयी है़ डीएसई ने गत आठ मई को उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय धजवा का औचक निरीक्षण किया था, तो विद्यालय बंद पाया गया था. सूचना देने पर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सुरेंद्र प्रसाद यादव विद्यालय में उपस्थित हुए थे, जबकि विद्यालय में कार्यरत सहायक अध्यापक पिंटू कुमार यादव अनुपस्थित पाये गये, जो सूचना देने के 35 मिनट के बाद उपस्थित हुए. निरीक्षण के दौरान विद्यालय में कुल नामांकित 33 छात्र-छात्राओं में से मात्र आठ छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पंजी में दर्ज पायी गयी. मध्याह्न भोजन 23 छात्र-छात्राओं को देने की बात कही गयी, जबकि मध्याह्न भोजन छात्र-छात्राओं को नहीं दिया गया था. साथ ही मध्याह्न भोजन योजना के तहत उठाव किया गया अनाज आदि भी कम पाया गया़ इसके अलावा 25 हजार रुपये विद्यालय के बरामदा की मरम्मत के लिए जो विभाग द्वारा दिया गया था, उस राशि की बंदरबांट करने का भी मामला प्रकाश में आया. इसके अलावा पोशाक, पुस्तक, दैनिक व्यय, उपस्थिति पंजी, स्कूल रूआर 2025 आदि से जुड़े मामले की जांच की गयी, जिसमें भी त्रुटियां पायी गयी. जांच के उपरांत जिला शिक्षा अधीक्षक ने प्रभारी प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया कि निरीक्षण के क्रम में विद्यालय से संबंधित कैश बुक, पासबुक, नामांकन पंजी, छात्र उपस्थिति पंजी व कुकिंग कोस्ट की राशि से संबंधित आय-व्यय का ब्योरा आदि तीन दिनों के अंदर कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. प्रतिवेदन तथा स्पष्टीकरण संतोषप्रद प्राप्त होने तक तत्काल प्रभाव से मानदेय अस्थायी तौर पर स्थगित करने का भी निर्देश डीएसई ने दिया है़
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