दुखद. ड्यूटी के दौरान गोली लगने से जवान सुजीत सिंह की हो गयी मौत मरकच्चो. सीआरपीएफ जवान 27 वर्षीय सुजीत कुमार सिंह (पिता सिकंदर सिंह) का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर शुक्रवार की सुबह उनके पैतृक गांव देवीपुर (मरकच्चो प्रखंड) पहुंचा. पार्थिव शरीर के पहुंचते ही गांव समेत पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया. सभी लोगों की आंखें नम दिखी. लोग पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन करने के लिए उमड़ पड़े. ग्रामीणों की आंखें भी नम थीं. पार्थिव शरीर को लेकर पहुंचे सीआरपीएफ के जवानों ने पूरे सैन्य सम्मान के साथ सुजीत कुमार सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. गांव व आसपास के सैकड़ों लोग शहीद के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े. शहीद की अंतिम यात्रा देवीपुर स्थित दुर्गा मंडप से स्थानीय मुक्ति धाम तक निकाली गयी, जहां जन सैलाब उमड़ पड़ा. मुक्तिधाम में सीआरपीएफ जवानों ने अपने साथी को सलामी देकर अंतिम विदाई दी. मुखाग्नि पांच वर्ष के भतीजे नीकू ने दिया. इस दौरान पूरा इलाका भारत माता की जय, सुजीत सिंह अमर रहे के नारों से गूंज उठा. जानकारी के अनुसार, सुजीत कुमार सिंह वर्ष 2023 में सीआरपीएफ की 54वीं बटालियन में भर्ती हुए थे. इस समय उनकी पोस्टिंग श्रीनगर के बाहरी इलाके निशात करपूरा ब्राने में थी. गत रात ड्यूटी के दौरान गोली लगने से उनकी मौत हो गयी थी. उनकी शादी छह माह पूर्व ही हुई थी. अंतिम यात्रा के समय पत्नी प्रिया कुमारी भी मौजूद रहीं. इस दौरान वह पार्थिव शरीर के पास पहुंच गमगीन दिखी. अंतिम यात्रा में जिप अध्यक्ष रामधन यादव, पूर्व जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, मरकच्चो प्रमुख विजय सिंह, बीडीओ हुलास महतो, सीओ परमेश्वर कुशवाहा, राजकुमार यादव, कैलाश यादव, मुखिया वेदु साव, पूर्व मुखिया राजीव पांडेय, भाजपा जिला महामंत्री विजय यादव, बसंत साव, पप्पू मेहता, राजद जिलाध्यक्ष महेंद्र यादव, कमलेश ठाकुर, अधिवक्ता कृष्णदेव यादव, लखन प्रसाद सिंह, अनिल सिंह, मनोज सिंह, सत्यनारायण पांडेय आदि शामिल थे.
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