कोडरमा : मरकच्चो प्रखंड में 1200 क्विटंल अनाज सड़ने का मामला प्रभात खबर में प्रकाशित होने के बाद अधिकारियों में हड़कंप है. अब अधिकारी किसी तरह मामला दबाने में लगे हैं. जांच के नाम पर खानापूर्ति की भी बात सामने आ रही है.
इधर, बुधवार को जिला आपूर्ति पदाधिकारी भोगेंद्र ठाकुर जांच के लिए मरकच्चो स्थित एसएफसी गोदाम पहुंचे, पर एमओ की कही बात व चावल का सेंपल लेकर लौट आये.
दिन में 12 बजे के करीब पहुंचे डीएसओ 15 मिनट में जांच कर निकलते बने. एमओ श्यामदुलार तुरी से मेंटेनेंस स्टॉक पंजी मांगा, तो एमओ ने कहा कि पंजी तो डेरा में है सर.
इस पर डीएसओ ने बस इतना कहा कि स्टॉक पंजी कार्यालय में रखना चाहिए. उन्होंने एमओ से अनाज सड़ने का कारण पूछा, तो उन्होंने बताया कि पांच वर्ष पूर्व एपीएल कार्डधारियों को बांटने के लिए गेहूं आया था, पर तत्कालीन डीसी शिवशंकर तिवारी ने वितरण पर रोक लगा दी.
ऐसे में वितरण नहीं हो पाया. चावल का भी वितरण नहीं हो पाया है. पूछताछ के बाद डीएसओ ने अपने साथ आये कर्मचारी शशि कुमार की मदद से तीन-चार बोरों से चावल का सेंपल लिया. पत्रकारों से बातचीत में डीएसओ ने कहा कि गेहूं पांच वर्ष पहले आया था और उसके वितरण पर रोक होने के कारण सड़ गया. उन्होंने कहा कि चावल पर सड़े हुए गेहूं के अंश पड़ गये हैं. इसे अलग करने का निर्देश दिया गया है.
सेंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है. पूरे मामले की रिपोर्ट एक-दो दिन में डीसी को सौंप दी जायेगी.
सड़े हुए गेहूं को दूसरे जगह रखने का निर्देश : डीएसओ ने एमओ को निर्देश दिया कि सड़े हुए गेहूं को हटवाने के लिए डीएमएफसी हजारीबाग को जल्द लिखें. अगर यह जल्द नहीं हटता है तो बीडीओ से अन्य जगह मांग कर उसे वहां रखवायें, ताकि और अनाज न खराब हो.
पहले बोले फ्रेश है, फिर बोले जांच रिपोर्ट के बाद बतायेंगे : मोबाइल पर बातचीत में डीएसओ ने गेहूं सड़ने की बात को स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि चावल फ्रेश है. बावजूद सेंपल जांच के लिए भेजा जायेगा. फिर उन्होंने बात बदलते हुए कहा कि जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. चावल मिट्टी रंग का हो गया है.
पन्ना में मिला हजारों क्विंटल अनाज का ब्योरा : जांच के दौरान पूरे गोदाम में कितना स्टॉक है, वह एक पेज पर लिखा था. इसमें 109.80 क्विटंल अन्नपूर्णा योजना, 360.12 क्विटंल दाल-भात योजना व बीपीएल योजना का 1200 क्विटंल, अतिरिक्त बीपीएल का 577.71 क्विटंल चावल स्टॉक में दिखाया गया है. वहीं एपीएल का गेहूं 139 क्विंटल दर्शाया गया है. बता दें कि मेंटेनेंस स्टॉक पंजी में पूरा विवरण होता है. इसमें वितरण की भी जानकारी होती है.