कोडरमा : संयुक्त राष्ट्र संघ विश्व खाद्य कार्यक्रम के कंट्री डायरेक्टर विसो पराजुली ने कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन की टीम के साथ झारखंड व बिहार के नवादा जिले के माइका प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया.
पराजुली विश्व के 10 से अधिक देशों में काम कर चुके हैं. उन्होंने कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे बाल मित्र ग्रामों में जाकर मध्याह्नन भोजन (एमडीएम), आगनबाड़ी केंद्रों में मिल रहे पोषाहार की जानकारी प्राप्त की, इसके अलावा जन वितरण प्रणाली केंद्रों का भी निरीक्षण किया और पोषण युक्त आहार की स्थिति को देखा.
दो दिनों के दौरे के बाद उन्होंने कहा कि झारखंड और बिहार के गांव में पोषाहार की स्थिति क्या है वे यह जानने आये थे. यहां आने पर उन्हें पता चला कि अभी भी बहुत से बच्चे कुपोषित हैं, विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है. इसके लिए वे विश्व खाद्य कार्यक्रम और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के साथ मिलकर काम करेंगे, ताकि आगे अब कोई बच्चा कुपोषित न रहे. इससे पहले उन्होंने रजौली अनुमंडल के अनुमंडल पदाधिकारी से मिलकर सरकार द्वारा चलायी जा रही पोषाहार योजना को समझा.
बाद में कोडरमा उपायुक्त रमेश घोलप से भी श्री पराजुली ने मुलाकात की और जिले में पोषाहार के लिए कौन-कौन सी योजनाएं चल रही हैं, इसकी जानकारी प्राप्त की. अपने दौरे के दूसरे दिन उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का भ्रमण किया और बच्चों से मिलकर वहां की स्थिति को समझा.
फिर वे सत्यार्थी फाउंडेशन की टीम के साथ बाल मित्र ग्राम परसाबाद गये और वहां ग्रामीणों, शिक्षकों, बाल पंचायत के सदस्यों से मिले. साथ ही विद्यालय एवं आगनबाड़ी केंद्र में मिल रहे पोषक युक्त आहार के विषय में जानकारी प्राप्त की.
कंट्री डायरेक्टर ने सत्यार्थी फाउंडेशन का धन्यवाद देते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सत्यार्थी फाउंडेशन जो कार्य कर रहा है वह प्रसंशनीय है. बाल मित्र ग्राम परियोजना के माध्यम से बच्चों की शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए जो कार्य किए जा रहे हैं उसके लिए मैं सत्यार्थी फाउंडेशन और उनकी पूरी टीम को धन्यवाद देता हूं.