कोडरमा:केरल में वामपंथी विचारधारा द्वारा गैर वामपंथी विचारधारा के कार्यकर्ताओं पर लगातार हो रहे हमले व हत्या के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला ईकाई ने मंगलवार को जिला समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया. धरना के बाद राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त संजीव कुमार बेसरा को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में केरल के राज्य सरकार को अविलंब बर्खास्त करने, राष्ट्रपति शासन लागू करने, सभी राजनीतिक हत्या की बंद पड़ी फाइल खोल कर सीबीआइ से जांच कराने, राजनीति कारणों से हत्या करवाने के आरोपी नेताओं के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा चलाने, जिनकी राजनीतिक कारणों से हत्या हुई उनके परिवारों को समुचित मुआवजा देने की मांग की गयी. धरना को संबोधित करते हुए जिला संयोजक शंकर साव ने कहा कि केरल राज्य में आम जनों की सुरक्षा के संवैधानिक व नैतिक मूल्यों को राज्य सरकार ने नकार दिया है. केरल को एक आतंक का राज्य बना कर रख दिया गया है. प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आकाश यादव ने कहा कि केरल की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को सरकारी संरक्षण में हत्या एवं शारीरिक प्रताड़ना से आतंकित कर समाप्त करने पर तुली है.
पूर्व जिला संयोजक राहुल सिंह ने कहा कि राज्य की जनता के प्रजातांत्रिक अधिकार सरकार द्वारा ही लुटे जा चुके हैं और वहां की जनता इस सरकार से बहुत अधिक प्रताड़ित हो रही है. प्रकाश गुप्ता ने कहा कि पूरे देश के विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता 11 नवंबर को केरल के तिरूवनंतपुरम पहुंच कर केरल सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन करेेंगे. मौके पर आकाश वर्मा, उत्तम कुमार, रितेश कुमार, अंकित कुमार, पियुष कुमार, मनोज, मोनू, अमित कुमार आदि उपस्थित थे.