तमाड़. प्रखंड के चिरुडीह गांव में फ्रांस से आये अतिथियों ने सोहराय पेंटिंग, ग्रामीण जीवनशैली और लोक नृत्य-गान का भरपूर आनंद लिया. गांव की महिला कलाकारों और बच्चों ने पारंपरिक ढंग से अतिथियों का स्वागत किया और अपनी लोककला का शानदार प्रदर्शन किया. मेहमानों ने कहा कि झारखंड की यह लोककला अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी विशेष पहचान बनाने की क्षमता रखती है. उन्होंने कलाकारों के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यहां की संस्कृति और कला में असाधारण गहरायी है. मिशन आर्टिस्ट विलेज के संस्थापक मनीष महतो ने बताया कि यह कार्यक्रम गांव की कला और संस्कृति को विश्व पटल पर पहुंचाने की दिशा में एक अहम पहल है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण कलाकारों की प्रतिभा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना ही इस मिशन का मुख्य उद्देश्य है. कार्यक्रम में स्थानीय ग्रामीणों, महिला कलाकारों और बच्चों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखने को मिली. पूरा गांव कला, रंग और लोकधुनों से सराबोर हो उठा.
विदेशी पर्यटकों ने झारखंड की ग्रामीण जीवनशैली और लोक नृत्य-गान का लिया आनंद
पर्यटकों ने का : अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी विशेष पहचान बनाने की क्षमता रखती है झारखंड की लोककला
गांव की कला और संस्कृति को विश्व पटल पर पहुंचाने की दिशा में एक अहम पहल : मनीष महतो
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