तमाड़. स्थानीय तमाड़ स्टेंड से डोड़ीया मोड़ जानेवाली सड़क मंगलवार व शनिवार को घंटों जाम में जकड़ी रहती है. तमाड़ खूंटी मुख्य पथ में लंबी दूरी के वाहन रेंगते नजर आये. साप्ताहिक हाट के दौरान छोटे सवारी वाहनों और ऑटो रिक्शा की अवैध पार्किंग ने पूरे रास्ते को जाम कर दिया. इस अफरा-तफरी में सबसे ज्यादा परेशानी उस वक्त हुई, जब एक एंबुलेंस गंभीर मरीज को लेकर अस्पताल की ओर जा रही थी. जाम में फंसी एंबुलेंस काफी देर तक सायरन बजाती रही. लेकिन सड़क पर अतिक्रमण और अव्यवस्था के कारण निकलने का रास्ता तक नहीं मिला. मौके पर मौजूद लोगों ने जाम हटाने की कोशिश की, परंतु सवारी वाहनों की बेतरतीब खड़ी गाड़ियां और भीड़ के कारण एंबुलेंस को निकालना नामुमकिन हो गया. एंबुलेंस में मौजूद मरीज और परिजनों ने प्रशासनिक व्यवस्था पर नाराजगी जतायी. स्थानीय लोगों का कहना है कि हर हफ्ते हाट के दिन यही स्थिति बनती है. सवारी वाहनो और मालवाहक वाहनो को बाजार क्षेत्र के बाहर लगाने की आवश्यकता है. सड़क पर जाम लगना अब आम बात हो चुकी है.
जिम्मेदार कौन?
ग्रामीणों का सवाल है कि जब यह समस्या हर हफ्ते दोहरायी जाती है, तो फिर व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी कौन लेगा? जाम में फंसने से एंबुलेंस जैसी इमरजेंसी सेवाएं तक बाधित हो रही हैं. जिससे कभी भी बड़ी अनहोनी हो सकती है. लोगों ने प्रशासन और पुलिस से मांग की है कि हाट के दिन सड़क पर अवैध पार्किंग पूरी तरह रोकी जाये और यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए ठोस कदम उठाये जायें. ताकि भविष्य में किसी मरीज की जान खतरे में न पड़े.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

