तमाड़. आस्था के महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन खरना विधि संपन्न होते ही व्रतियों का छत्तीस घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया. रविवार को दिन भर नेम नियम से उपवास रहने के बाद शाम में व्रतियों ने गुड़ की खीर और रोटी का भोग तैयार कर सूर्य देव को समर्पित किया. इसके बाद प्रसाद ग्रहण कर भक्तों के बीच खीर का प्रसाद वितरण किया गया. पूर्व उप मुखिया अनामिका सिंह ने बताया कि छठ पूजा लोक आस्था और विश्वास का सबसे बड़ा पर्व है. अपने परिवार और गांव की सुख-समृद्धि की कामना के साथ लोग यह व्रत करते हैं.
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