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नौ लाख प्रति एकड़ मिलेगा मुआवजा
विस्थापितों व सीसीएल प्रबंधन के बीच वार्ता के बाद क्वायरी टू का काम शुरू डेढ़ माह से बंद पुरनाडीह क्वायरी वन का काम पुन: शुरू होने की उम्मीद जगी खलारी : पुरनाडीह परियोजना के विस्थापित रैयतों को नौ लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन का मुआवजा मिलेगा. इसके अलावे प्रत्येक घर का सर्वे […]
विस्थापितों व सीसीएल प्रबंधन के बीच वार्ता के बाद क्वायरी टू का
काम शुरू
डेढ़ माह से बंद पुरनाडीह क्वायरी वन का काम पुन: शुरू होने की उम्मीद जगी
खलारी : पुरनाडीह परियोजना के विस्थापित रैयतों को नौ लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन का मुआवजा मिलेगा. इसके अलावे प्रत्येक घर का सर्वे हो गया है व उसके लिए भी मुआवजा की राशि तय कर दी गयी है. इसके साथ ही डेढ़ माह से बंद पुरनाडीह क्वायरी वन का काम पुन: शुरू होने की उम्मीद जग गयी है.
इधर गुरुवार को विस्थापितों व सीसीएल प्रबंधन के बीच वार्ता के बाद क्वायरी टू का काम शुरू हो गया. वार्ता में तय हुआ कि कमेटी व प्रबंधन के सहयोग से ग्राम देवता की पूजा की जायेगी. इसके लिए हेंजदा के ग्रामीण समय तय करेंगे. इधर, पुरनाडीह परियोजना से विस्थापित रैयतों की जमीन का मुआवजा नौ लाख रुपए तय होने से विस्थापितों में खुशी देखी जा रही है. प्रबंधन की ओर से बताया गया कि इसके लिए राशि भी स्वीकृत हो गयी है. घर के मुआवजा के लिए भी राशि स्वीकृत हो गयी है. विस्थापितों के परिवार के प्रत्येक व्यस्क को तीन लाख रुपये देने की बात हो गयी है.
दो-चार दिन में इसकी भी स्वीकृति हो जायेगी. वार्ता में प्रबंधन की ओर से एसओ एलएंडआर, राजस्व अधिकारी एके सिन्हा, परियोजना पदाधिकारी पीएल केवट तथा विस्थापित ग्रामीणों की ओर से बालेश्वर उरांव, महेंद्र उरांव, धनराज भोगता, सुरेश उरांव, किनू गंझू सहित 30 ग्रामीण शामिल थे.
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