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अनाथ बच्चों को मिले गरम कपड़े व अनाज
डकरा : माहेर (मां का घर) संस्था अनाथ बच्चों को नया जीवन देने का काम कर रही है. मयूरी महिला मंडल संस्था को हर संभव सहयोग करने को तत्पर है. उक्त बातें एनके एरिया के महाप्रबंधक केके मिश्र की पत्नी व एनके एरिया मयूरी महिला मंडल की अध्यक्ष उषा मिश्रा ने कही. वे बुधवार को […]
डकरा : माहेर (मां का घर) संस्था अनाथ बच्चों को नया जीवन देने का काम कर रही है. मयूरी महिला मंडल संस्था को हर संभव सहयोग करने को तत्पर है. उक्त बातें एनके एरिया के महाप्रबंधक केके मिश्र की पत्नी व एनके एरिया मयूरी महिला मंडल की अध्यक्ष उषा मिश्रा ने कही. वे बुधवार को करकट (बीजूपाड़ा) स्थित माहेर संस्था में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहीं थी.
कार्यक्रम के दौरान महिला मंडल की सदस्यों ने संस्था के बच्चों को 20 कंबल, 39 स्वेटर, एक क्विंटल चावल, 20 केलो दाल और चॉकलेट उपलब्ध कराया. साथ ही संस्था के कार्यों की जानकारी ली. इस अवसर पर सुनिता अग्रवाल, गायत्री कुमार, अर्चना अग्रवाल, मनोरमा सिंह, कल्पना कुमार, हेमबला सिन्हा, मीनाक्षी सिंह, सुनिता सिंह, धनवंती केवट, एके तिवारी, राजीव कुमार, आरके शर्मा आदि उपस्थित थीं.
2008 से झारखंड में काम कर रही है माहेर संस्था : माहेर संस्था अनाथ बच्चों, बेसहारा महिलाओं और दीमागी रूप से बीमार बच्चों के लिए काम करती है. पुणे में रहनेवाली सिस्टर लूसी कुरियन संस्था की संस्थापिका हैं. वर्ष 1997 में संस्था ने महाराष्ट्र से काम शुरू किया था.
वर्ष 2008 से झारखंड के गोमिया, रांची, हजारीबाग और बीजूपाड़ा के करकट गांव में संस्था काम कर रही है. करकट स्थित संस्था में 39 अनाथ बच्चे तथा चार दिमागी रूप से कमजोर बच्चे हैं. इनकी देखभाल मीरा गायकवर्ड, किरण बेक, विनिता तिर्की और सुनिता देवी करती हैं. संस्था चलाने का खर्च सिस्टर लूसी कुरियन पुणे से भेजती हैं.
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