कहा कि डायन वास्तव में महज एक अंधविश्वास है. कानून में किसी को डायन कहना या ऐसा करार देना अपराध है. वास्तव में महिलाएं ममता की प्रतिमूर्ति होती हैं. फिर उन्हें डायन कैसे कहा जा सकता है. अफीम की खेती के बाबत कहा कि इससे खेत बंजर होते हैं. अफीम की अवैध खेती से समाज, परिवार व क्षेत्र बर्बाद होता है. पंचायत प्रतिनिधियों की पूरी कोशिश होनी चाहिए कि उक्त अवैध खेती पर शत-प्रतिशत प्रतिबंध लगे. क्योंकि अफीम(पोस्ते) की खेती करना जहर की खेती करने के समान है. उन्होंने कहा कि कुछ बाहरी लोग ग्रामीणों को बरगला रहे हैं कि सरकारी योजनाओं का लाभ न लें. ग्रामीण ऐसे गलत लोगों के लुभावनी बातों में न आये. सरकारी योजनाओं का समुचित लाभ लें.
ताकि क्षेत्र का समग्र विकास हो सके. उन्होंने साइबर क्राइम की रोकथाम के बाबत कई जानकारी भी दी. मुरहू पंचायत की मुखिया आशियानी मुंडाइन ने कहा कि जिला प्रशासन की सक्रियता के कारण संबंधित पंचायत लगातार विकास कर रहा है. विकास एवं क्षेत्र को अपराध मुक्त बनाने के लिए उन्होंने पुलिस अधिकारियों के प्रयासों की खुल कर सराहना की. कार्यक्रम के दौरान एसपी ने निर्धनों के बीच 100 साड़ी, 350 कंबल, 250 मच्छरदानी सहित युवाओं के बीच खेल सामग्री का वितरण किया. मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक अनुराग राज, एसडीपीओ रणवीर सिंह एवं नाजीर अख्तर, प्रोबेशनर डीएसपी आशुतोष कुमार सत्यम एवं वरुण रजक, थाना प्रभारी अहमद अलि आदि अधिकारी मौजूद थे.