प्रतिनिधि, फतेहपुर. आसनबेड़िया पंचायत अंतर्गत दिनारी कोलटोला के ग्रामीणों ने बुधवार को कीचड़मय सड़क पर उतरकर विरोध जताया. ग्रामीणों का कहना है कि गांव तक पहुंचने वाली करीब 1.2 किलोमीटर सड़क आज तक नहीं बन सकी. इस कारण बरसात के शुरुआत से लेकर समाप्ति तक गांव पूरी तरह टापू में तब्दील हो जाता है. बरसात के छह महीनों तक आवागमन पूरी तरह बाधित रहता है. इससे खासकर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है. वहीं गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों को मुख्य सड़क तक लाने के लिए मजबूरन खाट का दोला बनाना पड़ता है. ग्रामीण विष्णु हांसदा, कालीचरण हांसदा, कार्तिक मरांडी आदि ने बताया कि बीते वर्ष बिजली, सड़क और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर वोट बहिष्कार का ऐलान किया गया था. इसके बाद ग्राम प्रधान कालीपद मरांडी की अध्यक्षता में बीडीओ, ग्रामीण कार्य विभाग के एइ व जेइ सहित ग्रामीणों की बैठक हुई थी. तय हुआ था कि पहले बिजली की व्यवस्था बहाल की जायेगी और तीन माह के भीतर सड़क का निर्माण कराया जायेगा. लिखित आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने मतदान में भाग भी लिया, लेकिन 11 महीने बीत जाने के बाद आज तक न तो विभाग ने पहल की और न ही जनप्रतिनिधियों ने ध्यान दिया. विरोध प्रदर्शन में सुखदेव मरांडी, बबलू मरांडी, सुरेश मरांडी, बलदेव मरांडी, सुनील मरांडी, जियाराम हांसदा, रघु मरांडी, रूबी मरांडी, रूपन मरांडी, महादेव मरांडी, भादो मरांडी, कार्तिक मरांडी, सीता टुडू, लखीमुनी किस्कू, जमीनी देवी, समीना टुडू, मंजू मुर्मू, रबड़ी टुडू, गीता मरांडी, पार्वती मुर्मू, रीना हांसदा शामिल हुए. – क्या कहते हैं जेइ ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता ने कहा कि दिनारी कोलटोला तक सड़क निर्माण का सर्वे कर रिपोर्ट रांची भेजी गयी थी. पिछली बार किसी कारणवश कार्य प्रारंभ नहीं हो सका. इस बार विधायक के अनुशंसा के उपरांत ग्रामीणों की यह मांग वर्ष 2025-26 तक पूर्ण कराने का प्रयास किया जायेगा. -राघवेंद्र कुमार, जेइ, ग्रामीण कार्य विभाग
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