जामताड़ा. पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन रविवार को जामताड़ा पहुंचे. उनके आगमन पर पोसाई मोड़ में कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि देश संविधान से चलता है, न कि किसी व्यक्ति या पार्टी की इच्छा से. इसलिए हर हाल में एसआईआर लागू होगा. किसी के समर्थन या विरोध से कोई फर्क नहीं पड़ता. कहा कि संवैधानिक प्रक्रिया के तहत लिए गए निर्णयों को लागू करना अनिवार्य है. संथाल परगना क्षेत्र में आदिवासी जमीन पर अवैध कब्जे के मुद्दे पर चंपाई सोरेन ने गंभीर चिंता जतायी. उन्होंने कहा कि संथाल परगना में हजारों एकड़ आदिवासी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया है. यह सीधे-सीधे आदिवासी अस्तित्व पर हमला है. इसके खिलाफ अब व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज अब पहले से कहीं अधिक जागरूक हुआ है, यही कारण है कि आज जगह-जगह पर गलत कार्यों का विरोध हो रहा है और बड़ी संख्या में लोग इस आंदोलन से जुड़ रहे हैं. पेसा कानून को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए चंपाई सोरेन ने कहा कि सरकार पेसा कानून लागू करने की बात तो कर रही है, लेकिन अब तक इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है. जब तक कानून की पूरी जानकारी सामने नहीं आएगी, तब तक यह स्पष्ट नहीं हो सकता कि उसमें आदिवासी हित सुरक्षित हैं या नहीं. मौके पर निर्मल सोरेन, सुनील कुमार हांसदा, जिप अध्यक्ष राधा रानी सोरेन, मंगल मुर्मू, बलदेव मुर्मू, मिश्रा प्रवीण आनंद सहित अन्य थे.
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