जामताड़ा. समाहरणालय सभागार में डीसी कुमुद सहाय की अध्यक्षता में श्रम, नियोजन, उद्योग, जिला कौशल विकास समिति की बैठक हुई. इस अवसर पर डीसी ने कहा कि योजनाएं न केवल युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है. झारखंड कौशल विकास योजना का लक्ष्य राज्य के हर नागरिक को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है, जिससे वे देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें. उन्होंने संबंधित अधिकारी को कौशल विकास योजना के तहत जिले के बेरोजगार युवक-युवतियों को प्रशिक्षण देकर रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़कर स्वावलंबी बनाने के लिए कार्ययोजना व अद्यतन स्थिति की समीक्षा की. डीसी ने कहा कि जिले के युवाओं के हुनर और स्किल्स को देखते हुए कार्ययोजना बनाएं एवं उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के लिए जरूरी प्रशिक्षण प्रदान करें. उन्होंने कौशल विकास प्लान 2025-26 को तैयार करने एवं इसके क्रियान्वयन को लेकर समुचित निर्देश दिया. उन्होंने यहां के स्थानीय जरूरत के अनुसार प्रशिक्षण के लिए नए सेक्टर, जॉब रोल का चयन को लेकर विमर्श किया. जिले में संचालित कौशल केंद्रों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवक युवतियों के लिए स्थानीय नियोजन एवं स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की. वहीं जिले में संचालित कौशल केंद्रों में चल रहे सेक्टर हेल्थ केयर में ऑन जॉब ट्रेनिंग पर विचार विमर्श किया गया. जामताड़ा में कौशल विकास के सुझाव एवं चुनौतियों सहित कौशल विकास में शामिल विभिन्न विभागों के बीच समन्वय पर विमर्श किया गया. जिला कौशल पदाधिकारी प्रशांत टुडू ने कौशल विकास योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी. मौके पर डीडीसी निरंजन कुमार, डीएओ लव कुमार, जिला योजना पदाधिकारी सुजीत कुमार सिंह, जिला उद्योग केंद्र के प्रह्लाद कुमार, किरण वाला, आरसेटी के निदेशक आर के सिंह, डीपीएम जेएसएलपीएस राहुल रंजन, परियोजना सहायक कुलदीप सिंह, संजय यादव आदि मौजूद थे.
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