जामताड़ा. अप्रैल में बढ़ती गर्मी के बीच सोमवार दोपहर बाद मौसम ने अपना रंग बदलना शुरू कर दिया था. शाम होते-होते हल्की हवा ने तेज आंधी का रूप ले लिया, जैसे ही बारिश शुरू हुई कि बिजली कटने से पूरा शहर अंधकारमय हो गया. झमाझम बारिश देर शाम तक होती रही, लेकिन बिजली नहीं आ सकी. मौसम के रुख बदलते ही बिजली ने भी अपना रुख बदलना शुरू कर दिया है. बिजली व्यवस्था इतनी चरमरा गयी कि आंधी व बारिश हाेते ही बिजली गुल हो जा रही है. बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप होने से लोगों को मोबाइल चार्ज करना भी मुश्किल हो गया है. इधर सोमवार शाम से शुरू हुई बारिश ने लोगों को चिलचिलाती धूप व गर्मी से राहत दिलाई है. सोमवार को अधिकतम-32 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम-23 डिग्री सेल्सियस रहा. बारिश के बाद तापमान में गिरावट आयी. बेमौसम बारिश व तेज हवा से किसान हलकान जिले में बेमौसम की हुई बारिश एवं तेज हवा चलने से किसान हलकान हैं. जानकारी अनुसार हवा के साथ आई बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर कर रख दिया है. सबसे अधिक गेहूं के फसलों के साथ साथ सब्जी के फसलों की भी क्षति हुई है. इसके फलस्वरूप पैदावार में भारी गिरावट होने की संभावना है, आम के पेड़ पर लगे टिकोला बड़ी संख्या में गिर गये हैं, जिससे आम व लीची के फसल का भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. लोगों ने बताया सबसे अधिक नुकसान गेहूं के फसल को हुआ है. दर्जनों एकड़ में लगे गेहूं का फसल पक कर तैयार है. किसानों की माने तो बेमौसम बारिश ने जहां किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिए हैं. वहीं बारिश से हल्कि ठंड भी बढ़ गई है. बेमौसम की बारिश ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दिया है.
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