जामताड़ा. करमाटांड़ प्रखंड के बिराजपुर स्थित मदरसा कादरिया अनवारूल उलूम में जलसे का आयोजन किया गया. इस जलसे में जामताड़ा के साथ-साथ देवघर, गिरीडीह से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. आयोजन में इस्लामिक शिक्षा और धर्म के पहलुओं पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया. यूपी से पीरे तरीकत मुफ्ती अब्दुल मुबीन नोमानी, कछौछा से मुफ्ती सैयद राशिद मक्की, दिल्ली से मौलाना नबील अख्तर नवाजी, कारी मोहम्मद अली फैजी, कारी मुबारक हुसैन मुबारक, मौलाना अलीमुद्दीन, मुफ्ती सफीउल्लाह, मौलाना सद्दाम जामी, मौलाना शहादत हुसैन, कारी रफीक अंजुम, मौलाना मुजाहिद रजा, मौलाना गुलाम हैदर और मौलाना खुर्शीद जैसे धर्मगुरु शामिल हुए. इन हस्तियों ने अपने ज्ञान और अनुभवों से इस्लाम धर्म की महिमा और इसके महत्व को उपस्थित लोगों तक पहुंचाया. इस जलसे में कुरान हिफ्ज करने वाले बच्चों का सम्मान किया गया. बच्चों के सिर पर दस्तार बांधकर उनकी कड़ी मेहनत और अध्यनशीलता की सराहना की गयी, जिससे उनका उत्साह और आत्मविश्वास बढ़ा. जलसे में नौजवानों, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों ने भी पूरे जोश और उत्साह के साथ भाग लिया. विभिन्न इस्लामी विषयों पर तालीम प्राप्त की. जलसे में खास तौर पर नौजवानों को नमाज की अहमियत, रोजा रखने के फायदे और इस्लामी सिद्धांतों के बारे में बताया गया. वहीं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने जलसे की सफलता पर खुशी जाहिर की और आयोजकों की सराहना की. मौके पर मौलाना अब्दुल तवाब, नाजीम ए आला, मौलाना असगर, अली सबीदुल, कादरीआदि मौजूद थे.
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