प्रतिनिधि, कुंडहित:
बंगाल सीमावर्ती बागडेहरी शिव मंदिर में 329 वर्षों से चड़क पूजा धूमधाम से मनायी जा रही है. रविवार को बाबा बाणेश्वरनाथ की पूजा विधि-विधान से संपन्न हुई. बागडेहरी व आसपास के गांवों से 165 भक्तों ने पूजा-अर्चना की और प्रसाद ग्रहण किया. पुरोहितों गौतम भट्टाचार्य और दिलीप भट्टाचार्य ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बाबा बाणेश्वरनाथ और बाबा भैरवनाथ की पूजा की. इसके बाद पाठा की बलि चढ़ायी गयी. 11वीं शताब्दी से श्रीमत चौधरी राज परिवार द्वारा बाबा बाणेश्वरनाथ की पूजा की जाती रही है. इस वर्ष परितोष, संदीप, तिमिर और तापस चौधरी यजमान हैं. शिवभक्त तालाब में स्नान कर, उल्टे कलश में जल भरकर अर्पित करते हैं और पांच प्रकार के बाणों से शरीर को भेदकर अराधना करते हैं, साथ ही अंगारों पर चलते हैं. इस वर्ष 120 महिलाओं सहित 165 से अधिक भक्तों ने पूजा में भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है