डिस्चार्ज पेपर वर्क में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद, 1 दिसंबर से बंद होगी ईसीसी फ्लैट डिस्पेंसरी
Jamshedpur News :
टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) एडवाइजरी बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को सुबह 11:30 बजे से शुरू होकर लगभग दो घंटे तक चली. जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और नयी सुविधाओं को शुरू करने पर गहन चर्चा की गयी. बैठक में ट्रॉमा प्रोटोकॉल को तुरंत प्रभाव से लागू करने का निर्णय लिया गया है. इस प्रोटोकॉल के तहत, किसी भी आपात स्थिति में सभी विभाग के डॉक्टर मिलकर मरीज को देखेंगे और एक बेहतर प्रोटोकॉल के तहत उसका इलाज सुनिश्चित किया जायेगा. साथ ही मरीजों की कम संख्या के कारण ईसीसी फ्लैट की डिस्पेंसरी को 1 दिसंबर से बंद कर दिया जायेगा.ओपीडी बुकिंग के नियम हुए सख्त
ओपीडी सुविधाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. ऐसे कर्मचारी या सेवानिवृत्त कर्मचारी जो ओपीडी का स्लॉट बुक कराकर नहीं आते हैं और उसे समय पर रद्द भी नहीं करते हैं. उन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. ऐसे लोगों का एमआर नंबर ब्लॉक किया जा सकता है. साथ ही उन पर निर्धारित शुल्क भी लगाया जायेगा. प्रबंधन ने अपील की है कि अगर आप ओपीडी में नहीं आ पा रहे हैं, तो समय रहते बुकिंग रद्द करना अनिवार्य है.एआई से जल्द होगा पेपर वर्क
टीएमएच से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों का पेपर वर्क अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) की मदद से जल्दी पूरा हो सकेगा. बैठक में बीपी कॉरपोरेट सर्विसेज डीबी सुंदर रामम, सीपीओ आत्रेयी सान्याल, टीएमएच जीएम विनीता सिंह, डॉक्टर सुंदर, डॉक्टर ममता, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और टाटा वर्कर्स यूनियन के महामंत्री सतीश कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद थे.बैठक में लिये गये महत्वपूर्ण निर्णय
– ईसीसी फ्लैट डिस्पेंसरी बंद :
मरीजों की कम संख्या के कारण ईसीसी फ्लैट की डिस्पेंसरी को 1 दिसंबर से बंद कर दिया जायेगा.– गैस्ट्रोलॉजी में सुधार :
डॉक्टर प्रवीण के आने से गैस्ट्रोलॉजी विभाग में मरीजों की सुविधा में सुधार होगा.– दवा डिलीवरी :
टाटा 1 एमजी के तहत मरीजों को घर पर दवा डिलीवरी की सुविधा दी जा रही है. शाम को लिखी गयी दवा अगले दिन डिलीवर होगी. जबकि इमरजेंसी में डिलीवरी समय को काफी कम किया गया है.– वेंडर एम्प्लॉई के लिए सुविधा :
टीएमएच हेल्थ केयर सेंटर सोनारी में एक ही छत के नीचे वेंडर एम्प्लॉई के सभी ”फिट” और ”अनफिट” संबंधित काम पूरे हो जायेंगे. जिससे समय की बचत होगी.– भीड़ नियंत्रण :
आपातकालीन विभाग में डॉक्टरों को उपचार में असुविधा नहीं हो, इसके लिए परिजनों से अनावश्यक भीड़ नहीं लगाने का अनुरोध किया गया है. भीड़ को नियंत्रित करने के उपायों पर काम चल रहा है.– अटेंडरों की सुविधा :
मरीजों के अटेंडरों की सुविधाओं को दुरुस्त करने और उन्हें अनुशासित रखने पर भी काम चल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

