Jamshedpur news.
साकची गुरुद्वारा प्रधान पद की चुनावी प्रक्रिया में हर दिन नये पेंच लग रहे हैं. साकची गुरुद्वारा संचालित चुनाव संचालन समिति के निर्देश पर मंगलवार को अकाली दल ने मनीफीट स्थित कार्यालय में साकची प्रधान पद के प्रत्याशी सह कार्यकारी प्रधान निशान सिंह व सुखविंदर सिंह राजू को धार्मिक स्क्रूटनी के लिए बुलाया था. इसकी जानकारी सार्वजनिक होने पर साकची गुरुद्वारा चुनाव में प्रधान पद के प्रत्याशी सह पूर्व प्रधान हरविंदर मंटू अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंच गये. उनके साथ गये प्रतिनिधिमंडल ने अकाली दल के प्रमुखजनों को अब तक हुए मामले की विस्तार से जानकारी दी. साथ ही कहा कि एक ओर हाइकोर्ट में केस की बात कही जा रही है, वहीं दूसरी और एसडीओ कोर्ट के आदेश का हवाला दिया जा रहा है. ऐसे हालात में अकाली दल को उस वक्त तक इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, जब तक स्थिति साफ नहीं हो जाती. अकाली दल धार्मिक मामलों की सुप्रीम संस्था है, इसलिए उसका सम्मान हमेशा बरकरार रहना चाहिए. अकाली दल के प्रतिनिधियों को विपक्ष के तार्किक तथ्य अहम लगे, जिसके बाद उन्होंने धार्मिक स्क्रूटनी को स्थगित करने का निर्णय लिया. उल्लेख्य है कि पिछले दिनों साकची गुरुद्वारा में धार्मिक स्क्रूटनी का आयोजन अकाली दल द्वारा किया गया था, जिसका भी जोरदार विरोध हुआ था. दोनों गुट आमने-सामने हो गये थे, जिसके बाद साकची थाना के इंस्पेक्टर आनंद मिश्रा को पुलिस बल के साथ वहां विधि-व्यवस्था संभालने के लिए समय देना पड़ा था.साकची चुनाव के मामले में मनीफीट में आयोजित धार्मिक स्क्रूटनी को लेकर साकची की चुनाव संचालन समिति के संयोजक सतिंदर सिंह रोमी, सह संयोजक श्याम सिंह वहां पहुंच गये थे. अकाली दल के बुलावे पर साकची प्रधान पद के प्रत्याशी सह कार्यकारी अध्यक्ष निशान सिंह भी वहां पहुंच गये थे. साकची प्रधान पद के एक अन्य उम्मीदवार सुखविंदर सिंह राजू अपने समर्थकों के साथ स्थिति पर नजर रखे हुए थे. जब उन्हें यह जानकारी मिली की स्क्रूटनी स्थगित कर दी गयी है, तो वे बीच रास्ते से ही लौट आये.
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