घटना के वक्त ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों की भूमिका की भी होगी जांच
मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर
जमशेदपुर के मानगो पुल पर बुधवार को एक अमानवीय घटना सामने आयी, जहां भीषण ट्रैफिक जाम में फंसी एक एंबुलेंस में प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला ने बच्ची को जन्म दिया. मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने जांच के आदेश दिये हैं. उन्होंने एसएसपी, ट्रैफिक डीएसपी और डीटीओ से बातचीत कर पूरे घटनाक्रम की जिम्मेदारी तय करने को कहा है.शुक्रवार को प्रभात खबर से बातचीत में डीसी अनन्य मित्तल ने बताया कि मानगो पुल पर ट्रैफिक जाम नहीं लगे, इसके लिए मानगो पुल व गोलचक्कर के समीप चल रहा पुराना ट्रैफिक सिस्टम बदला जायेगा. भारी वाहनों के लिए नया डायवर्जन लागू किया जायेगा, ताकि आम नागरिकों को जाम से राहत मिल सके और इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
घटना के समय ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों की भूमिका की जांच की जायेगी. यदि लापरवाही पायी गयी, तो कार्रवाई की जायेगी. इसके अलावा, पुल और गोलचक्कर पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर अवैध रूप से खड़ी लंबी दूरी की बसों व अन्य वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और उनसे जुर्माना वसूला जायेगा.डीसी ने कहा कि आगामी जिला ट्रैफिक सलाहकार समिति की बैठक में इस विषय पर विस्तृत चर्चा कर एक ठोस एक्शन प्लान तैयार किया जायेगा, ताकि भविष्य में ऐसी अमानवीय घटनाएं न घटे.
डीसी ने बताया कि मानगो पुल के अलावा मानगो इलाके में ट्रैफिक सामान्य रखने को लेकर मानगो साकची के बीच फ्लाईओवर बना रही एजेंसी के साथ जल्द बैठक किया जायेगा. ताकि मानगो पुल से आने-जाने वाले आम लोगों, खासकर दो पहिया, तीन पहिया, चार पहिया, एंबुलेंस, कॉमर्शियल गाड़ियों का मुवमेंट कैसे बेहतर हो सकता हैं.इसकी भी समीक्षा की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

