छह करोड़ रुपये से ज्यादा होंगे खर्च,प्रोजेक्ट के लिए प्रखंडों का किया चयन, 2025-26 में किसानों के लिए राज्य सरकार ने सोलरयुक्त लिफ्ट एरिगेशन की नयी योजना से बदलेगी किसानों की तकदीर
मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर
पूर्वी सिंहभूम जिले व सरायकेला खरसावां के छह प्रखंडों में जल्द सोलरयुक्त लिफ्ट एरिगेशन शुरू किये जायेंगे. अबतक राज्य में बिजली आधारित लिफ्ट एरिगेशन यूनिट लगती थी, लेकिन इन प्रोजेक्ट में लाभुक समिति सदस्य सह किसान बिजली बिल ससमय भुगतान नहीं करने के कारण अधिकांश लिफ्ट एरिगेशन वाली यूनिट फेल हो गयी थी.अब झारखंड सरकार ने पॉयलेट प्रोजेक्ट के रूप में सोलर युक्त लिफ्ट एरिगेशन यूनिट लगाने का निर्णय लिया. इससे किसानों को सोलर युक्त लिफ्ट एरिगेशन शुरू होने से बिजली बिल की झंझट से स्थानीय मुक्ति मिलेगी, वहीं दूसरी ओर से काफी कम लागत में सोलर लिफ्ट एरिगेशन से सुदूर गांवों के खेतों में पानी पहुंच सकेगा. अपने तरह की नयी व पहली योजना में दो जिलों के छह प्रखंडों में छह करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किये जायेंगे.यहां बता दें कि सोलर लिफ्ट एरिगेशन एक सिंचाई प्रणाली है जो सौर ऊर्जा का उपयोग करके पानी को उठाती है और खेतों तक पहुंचाती है. यह डीजल पंपों और बिजली पर निर्भरता को कम करता है और किसानों को सस्ती और विश्वसनीय सिंचाई की गारंटी देती है.कहां-कहां शुरू होगी सोलरयुक्त लिफ्ट एरिगेशन
पूर्वी सिंहभूम चाकुलिया प्रखंड में दो जगह, धालभूमगढ़ में एक जगह व जमशेदपुर सब डिवीजन में एक जगह कुल चार जगहों में जबकि सरायकेला खरसावां जिले में देवली गुटरसाई, और कुचाई प्रखंड का चयन किया गया है.वर्जन—-
पूर्वी सिंहभूम जिले में अळग-अलग प्रखंडों में कुल चार जगहों में सोलरयुक्त लिफ्ट एरिगेशन शुरू किया जायेगा. इसकी तैयारी की जा रही है. पंकज कुमार सिन्हा, कार्यपालक अभियंता, माइनर एरिगेशन, पूर्वी सिंहभूम.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है