जमशेदपुर. अंतरराष्ट्रीय संताल सम्मेलन 24 व 25 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी के समीप विधाननगर में होगा. सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी. इसके साथ ही इस सम्मेलन में भारत समेत बांग्लादेश, नेपाल, भूटान आदि देशों से भी संताल समाज के लोग शिरकत करेंगे. यह जानकारी मंगलवार को इंटरनेशनल संताल काउंसिल के कार्यकारी अध्यक्ष नरेश मुर्मू ने दी. उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में विश्व स्तर पर आदिवासियों की विभिन्न समस्याओं पर चिंतन-मंथन किया जायेगा. भारत समेत विश्व स्तर पर आदिवासियों की स्थिति ठीक नहीं है. कई परियोजनाओं की वजह से आदिवासियों को विस्थापन-पलायन का दंश झेलना पड़ रहा है. उन्हें उनकी जमीन से जबरन बेदखल किया जा रहा है. ऐसे में उनकी भाषा-संस्कृति, समाज, पूर्वजों की धरोहरें आदि विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गयी हैं. इस सम्मेलन में आदिवासी समाज की सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, शैक्षणिक व संवैधानिक हक व अधिकार को बचाने पर चर्चा किया जायेगा. साथ ही विश्व स्तर पर आदिवासियों का अस्तित्व को बचाने की मुहिम शुरू की जायेगी. देश में आदिवासियों की आबादी करोड़ों में है. बावजूद इसके उनके संवैधानिक हक अधिकार में हकमारी जारी है. उन्होंने कहा कि सम्मेलन की तैयारी करीब-करीब पूरी हो चुकी है. इसमें देश व विदेश के 1200 से अधिक डेलीगेट्स आयेंगे. संवाददाता सम्मेलन में इंटरनेशनल संताल काउंसिल के उपाध्यक्ष-बसंती मुर्मू, महासचिव-जसाई मुर्मू, शंकर हेंब्रम, महिला विंग के सचिव सुमित्रा मुर्मू, मधु सोरेन, भीमवार मुर्मू, सुरेंद्र नाथ टुडू समेत अन्य मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है