जमशेदपुर :
पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया की शिकायत पर जमशेदपुर वन विभाग की टीम ने साकची में करीम सिटी कॉलेज रोड के फुटपाथ पर चल रही एक अवैध, अस्थायी पालतू जानवरों की दुकान पर कार्रवाई की. टीम ने वहां से 30 तोते को जब्त किया, जिनमें प्लम-हेडेड और एलेक्जेंडराइन तोते शामिल थे. टीम ने दुकान मालिक पर मामला दर्ज कराया है. पक्षियों को स्वास्थ्य जांच के लिए भेजा गया है.प्लम-हेडेड और एलेक्जेंडराइन पैराकीट तोता को बेचना-खरीदना अपराध
डीएफओ सबा आलम अंसारी ने बताया कि उनके स्वस्थ होने के बाद उन्हें प्रकृति में छोड़ दिया जाएगा. प्लम-हेडेड और एलेक्जेंडराइन पैराकीट दोनों ही डब्ल्यूपीए, 1972 की अनुसूची दो के तहत संरक्षित हैं. इन प्रजातियों को खरीदना, बेचना या रखना एक अपराध है, जिसके लिए 1 लाख रुपये तक का जुर्माना, तीन साल तक की जेल या दोनों हो सकते हैं.पेटा इंडिया ने झारखंड वन विभाग को धन्यवाद दिया
पेटा इंडिया की क्रूरता प्रतिक्रिया समन्वयक सुनयना बसु कहती हैं कि पक्षी सामाजिक प्राणी हैं और वे खुले आसमान में उड़ने के लिए पैदा हुए हैं, न कि पिंजरों में अकेले और दुखी होकर अपना जीवन बिताने के लिए. पेटा इंडिया ने जमशेदपुर वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव नतेश एसआर और जमशेदपुर के डीएफओ सबा आलम अंसारी को त्वरित कार्रवाई के लिए धन्यवाद दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है